Jaipur News: जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में चौथी क्लास की एक छात्रा अमायरा की मौत ने लोगों में हंगामा मचा दिया है। बीते दिन यानी शनिवार को परिवार की इकलौती संतान अमायरा स्कूल की चौथी मंजिल से गिरकर मौके पर ही अपनी जान गंवा दी थी। अब इस घटना को लेकर सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसके फुटेज ने लोगों में सवाल खड़ा कर दिया है।
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जानें क्या है पूरा मामला…
सूत्रों की माने तो अमायरा को स्कूल की चौथी मंजिल से गिरने के तुंरत बाद ही अस्पताल ले जाया, जहां मौके पर ही उसकी जान चली गई। शुरुआती जांच के अनुसार इसे आत्महत्या बताया,हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए समिति बनाई है। समिति में फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जो घटनास्थल और सबूतों की गहन जांच करेंगे।
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स्कूल प्रशासन की चुप्पी
आपको बता दें कि, इस घटना का जिम्मेदार स्कूल प्रशासन की गंभीर लापरवाही बताई जा रही है। दरअसल, विभाग की छह सदस्यीय टीम को डेढ़ घंटे से अधिक समय तक प्रिंसिपल या किसी प्रतिनिधि से मिलने की अनुमति नहीं मिली। मुख्य द्वार अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) राम निवास शर्मा ने कहा कि इस लापरवाही को देखते हुए विभाग स्कूल की मान्यता रद्द करने पर विचार कर रहा है। स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था और कर्मचारियों की भूमिका की जांच अब प्राथमिक मुद्दा बन गई है।
घटना के विवरण
जानकारी के अनुसार, 9 साल की अमायरा शनिवार को स्कूल गई थी। दोपहर 12 बजे के बाद वह शौचालय गई और वहां से चौथी मंजिल पर पहुंच गई। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि बच्ची रेलिंग पर चढ़कर नीचे कूदती दिखाई दे रही थी, जबकि आसपास अन्य बच्चे सामान्य रूप से टहल रहे थे। अमायरा का क्लासरूम ग्राउंड फ्लोर पर था और वह चौथी कक्षा की छात्रा थी। शुरुआती अनुमान यह है कि उसने आत्महत्या के इरादे से यह कदम उठाया। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर शक जताते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब स्कूल के कर्मचारियों और शिक्षकों की भूमिका की जांच कर रही है। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि बच्ची ने स्कूल में इस कदम तक क्यों पहुंची और क्या स्कूल प्रशासन की कोई चूक इसमें शामिल है।
शिक्षा विभाग और पुलिस मिलकर पूरी गहन जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने स्कूल सुरक्षा और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को फिर से उजागर किया है।

