Jammu Kashmir Accident: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक निजी यात्री बस अनियंत्रित होकर सड़क से फिसलकर खाई में गिर गई। इस दर्दनाक दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 44 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा पुंछ के मानकोट इलाके के सांगरा के पास हुआ। घायलों को घटनास्थल से निकालकर नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घायलों में आठ की हालत गंभीर, राहत कार्य जारी
घायलों की स्थिति को लेकर अधिकारियों ने जानकारी दी कि आठ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें विशेष उपचार की आवश्यकता है। मेडिकल टीम ने घटनास्थल पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मेंढर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अशफाक चौधरी ने बताया कि गंभीर रूप से घायल नौ लोगों में से पांच को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल रेफर किया गया है। राहत कार्यों के लिए पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवान सक्रिय रूप से मौके पर मौजूद हैं।
मृतकों की पहचान और राहत कार्यों की जानकारी
अधिकारियों ने मृतकों की पहचान घनी गांव के 45 वर्षीय मोहम्मद मजीद, 55 वर्षीय शकीला बेगम और कस्बलारी के 60 वर्षीय नूर हुसैन के रूप में की है। इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और एंबुलेंस, पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और स्वयंसेवकों की मदद से घायलों को अस्पताल भेजा। दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है, लेकिन यह हादसा घनी गांव से मेंढर की ओर जाने वाली बस के अनियंत्रित होने के कारण हुआ था।
उपराज्यपाल और राज्य सरकार ने हादसे पर शोक व्यक्त किया
इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं जताई। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना में लोगों की जान जाने पर वे गहरे दुःख में हैं और उन्होंने घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उपराज्यपाल ने इस हादसे में प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया।
राज्य मंत्री जावेद राणा ने की त्वरित सहायता की घोषणा
जम्मू-कश्मीर सरकार के मंत्री जावेद अहमद राणा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर से बात की है और उन्हें जल्द से जल्द सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। राणा ने कहा कि इसमें गंभीर रूप से घायलों को जीएमसी जम्मू में एयरलिफ्ट करने की प्रक्रिया भी शामिल होगी। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी स्थिति पर ध्यान आकर्षित किया और प्रभावित लोगों को सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल और सहायता सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कदम उठाने की बात की। उन्होंने मंत्री जावेद राणा से भी घटनास्थल का दौरा करने और राहत प्रयासों की निगरानी करने का अनुरोध किया।
स्थानीय प्रशासन की सक्रियता
इस हादसे के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी प्रभावित परिवारों और पीड़ितों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। राज्य प्रशासन ने चिकित्सा और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए अपनी पूरी टीम को घटनास्थल पर भेजा है और सुनिश्चित किया है कि घायलों को शीघ्र इलाज मिले। राज्य सरकार का कहना है कि पीड़ितों को हर तरह की मदद दी जाएगी और राहत कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

