Jaya Parvati Vrat 2025: सनातन धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है। लेकिन जया पार्वती व्रत को बेहद ही खास माना गया है, जो कि माता पार्वती की पूजा अर्चना को समर्पित है।
इस दिन महिलाएं उपवास रखकर पूजा पाठ और व्रत करती हैं, माना जाता है कि ऐसा करने से देवी की कृपा बरसती है और कष्टों का निवारण हो जाता है। पंचांग के अनुसार जया पार्वती व्रत हर साल आषाढ़ माह में मनाया जाता है। जया पार्वती व्रत विवाहित महिलाओं के साथ साथ कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए करती हैं। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा जया पार्वती व्रत की तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
जया पार्वती व्रत की तारीख और मुहूर्त

पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि पर जया पार्वती व्रत किया जाता है। इस साल 8 जुलाई को यह व्रत किया जाएगा। ये व्रत हरियाली तीज से पहले पड़ता है। हरियाली तीज की तरह ये भी पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से किया जाता है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 7 जुलाई को रात 11 बजकर 10 मिनट से आरंभ हो रही है, जो कि 8 जुलाई को प्रात: 12 बजकर 38 मिनट तक रहेगी। इस दिन पूजा के लिए रात 7 बजकर 23 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 24 मिनट तक का शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है।
व्रत से जुड़े जरूरी नियम
अगर आप पहली बार जया पार्वती व्रत कर रही हैं, तो बता दें कि इस व्रत में नमक का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा गेहूं का आटा और सभी तरह की सब्जियां भी नहीं खानी चाहिए।
इस व्रत के दौरान फल, दूध, दही, जूस, दूध से बनी मिठाइयों का सेवन किया जा सकता है। व्रत की शुरुआत संकल्प के साथ करनी चाहिए। फिर सोने, चांदी या मिट्टी के बैल पर बैठे शिव पार्वती की प्रतिमा पूजा स्थल पर स्थापित करें। इसके बाद षोडोपचार विधि से भगवान की पूजा करें।

Read more: Aaj Ka Love Rashifal: लव लाइफ के लिए कैसा रहेगा शुक्रवार का दिन? देखें आज का लव राशिफल
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
