Jharkhand: दुमका में मिड डे मील खाने से 65 बच्चे बीमार, दाल में मिली छिपकली की घटना से मचा हड़कंप

Akanksha Dikshit
65 children fell ill after eating mid-day

Jharkhand News: झारखंड के दुमका जिले के मसलिया प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय मोहनपुर में मिड डे मील के दौरान एक गंभीर घटना सामने आई है। सरकारी स्कूल के बच्चों को दाल में छिपकली मिल जाने के बाद 65 बच्चे बीमार हो गए। बच्चों की तबीयत बिगड़ते ही उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों को हिला कर रख दिया है और कई स्तरों पर जांच की जा रही है।

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बीमार बच्चों की हालत ख़राब

बच्चों के बीमार पड़ने की सूचना मिलते ही अभिभावक स्कूल पहुंच गये। अभिभावक जॉन मरांडी ने बताया कि भोजन में छिपकली गिरी थी। उसी भोजन को बच्चों को परोसा गया। बच्चों ने जैसे-जैसे खाना खाया, उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। छोटे-छोटे बच्चों को पहले उल्टी होने लगी। कुछ बच्चों के पेट व गला में दर्द होने लगी। एक अभिभावक सहदेव हांसदा ने कहा, कि रयोइया और प्रभारी प्रधानाध्याक इसके लिए जिम्मेदार हैं। शिक्षकों और रसोइया पर कार्रवाई होनी चाहिए। सूचना के मुताबिक, बच्चों की तबीयत खराब होते ही अभिभावक स्कूल पहुंचे।

अभिभावक जॉन मरांडी ने बताया कि भोजन में छिपकली गिर गई थी और उसी को बच्चों को परोसा गया था। बच्चों ने जैसे ही खाना खाया, उनकी उल्टियां शुरू हो गईं और कुछ बच्चों को पेट और गले में दर्द होने लगा। इससे पहले की स्थिति और गंभीर हो, 45 बच्चों को सीएचसी मसलिया में भर्ती कराया गया।

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प्रशासनिक प्रतिक्रिया

प्रखंड विकास अधिकारी अजफर हुसैन ने पुष्टि की कि भोजन खाने के बाद 65 बच्चे उल्टी से पीड़ित हुए। गंभीर स्थिति को देखते हुए 45 बच्चों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। टोंगरा थाना प्रभारी गुरुचरण मांझी ने बताया कि घटना की जांच चल रही है और लापरवाही के जिम्मेदार लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। प्रखंड विकास अधिकारी अजफर हुसैन ने बताया कि भोजन खाने के बाद छात्रों को उल्टी होने लगी, करीब 65 बच्चे इससे पीड़ित हो गये। 45 बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए, तत्काल मसलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। वहीं टोंगरा थाना प्रभारी गुरुचरण मांझी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है ऐसी लापरवाही का जिम्मेदार कौन है।

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नेताओं और अधिकारियों की प्रतिक्रिया

पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी भी सीएचसी पहुंचीं और बच्चों की स्थिति का जायजा लिया। बीडीओ मो अजफर हुसैन, प्रमुख बासुदेव टुडू, सीओ रंजन यादव, और विधायक प्रतिनिधि ने अस्पताल में जाकर बच्चों की सेहत की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह स्कूल प्रबंधन की बड़ी कोताही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार हेंब्रम ने भी एक जांच टीम गठित कर पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 47 बच्चों का इलाज किया गया। सभी बच्चे अभी ठीक हैं। कुछ बच्चों को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है। बाकी सभी बच्चों को एंबुलेंस से घर पहुंचाया जा रहा है।

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