Jharkhand Encounter: झारखंड के हजारीबाग जिले में सोमवार सुबह सुरक्षा बलों को माओवादी विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली। कोबरा बटालियन और हजारीबाग पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में माओवादियों की केंद्रीय समिति के सदस्य सहदेव सोरेन सहित तीन कुख्यात नक्सली मारे गए। सहदेव के सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
मारे गए अन्य दो माओवादी नेताओं में रघुनाथ हेमब्रम उर्फ चंचल (25 लाख इनामी) और बिरसेन गंझू उर्फ रामखेलावन (10 लाख इनामी) शामिल हैं। रघुनाथ माओवादियों की बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था, जबकि बिरसेन झारखंड जोनल कमेटी से जुड़ा हुआ था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
घटना हजारीबाग जिले के तातीझरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत करोंदी गांव की है, जो गिरिडीह-बोकारो सीमा के पास स्थित है। सोमवार सुबह करीब 6 बजे गहरे जंगल में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने तीनों माओ नेताओं के शव बरामद किए। मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया गया है।
माओवादी सफाए में तेजी
गृह मंत्री अमित शाह पहले ही 2026 मार्च तक भारत को माओवादी मुक्त बनाने का लक्ष्य तय कर चुके हैं। इसी क्रम में बीते चार महीनों में माओवादी केंद्रीय समिति के तीन बड़े नेताओं को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।
हाल ही में 1.5 करोड़ के इनामी माओवादी महासचिव बसवराजू को भी ढेर किया गया था। रविवार को ही 5 लाख के इनामी माओवादी नेता मुखदेव यादव भी सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारा गया। वहीं, पिछले शनिवार को मारे गए कुख्यात नेता किशनजी की पत्नी सुजाता ने आत्मसमर्पण किया।
माओवादियों की कमर तोड़ने की रणनीति
झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे माओ प्रभावित राज्यों में अब माओवादियों के खिलाफ अभियान तेज़ हो चुका है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, फिलहाल छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से लगे कारेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र माओवादियों का बड़ा गढ़ बना हुआ है। 21 अप्रैल से इस इलाके में ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें अब तक 31 से ज्यादा माओवादी मारे जा चुके हैं।
करीब 20,000 से अधिक संयुक्त बलों को तैनात कर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमाई जंगलों में माओवादियों की तलाश की जा रही है। अनुमान है कि इस क्षेत्र में करीब 1,000 माओवादी सक्रिय हैं। लगातार हो रहे ऑपरेशन से यह स्पष्ट है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अब माओवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में निर्णायक मोड़ पर हैं। हालिया मुठभेड़ें माओवादी आंदोलन के पतन का संकेत दे रही हैं।
Read More : Soha Ali Khan: विदेश में सोहा अली खान के साथ हुई शर्मनाक हरकत, इंटरव्यू में किया बड़ा खुलासा
