Jio Financial Share: देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शेयरों में लगातार दूसरे दिन बढ़त देखने को मिल रही है। बुधवार को इस स्टॉक में करीब 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे शेयर 216.87 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। इस बढ़ोतरी के पीछे की मुख्य वजह कंपनी द्वारा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से Jio पेमेंट्स बैंक के बाकी के शेयर खरीदने का ऐलान है।
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जियो फाइनेंशियल के शेयरों में तेजी

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर बुधवार को 207 रुपये के लेवल पर खुले, जबकि उन्होंने 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के बाद 216.87 रुपये के स्तर पर कारोबार किया। इससे पहले मंगलवार को भी जियो फाइनेंशियल के शेयरों में उछाल देखा गया था, जब वे बीएसई पर 2.69 प्रतिशत बढ़कर 206.35 रुपये पर बंद हुए थे। इस प्रकार, लगातार दो दिन शेयरों में तेजी का रुझान बना हुआ है।
SBI से Jio पेमेंट्स बैंक की पूरी हिस्सेदारी खरीदी जाएगी
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से Jio पेमेंट्स बैंक में उसकी पूरी हिस्सेदारी 104.54 करोड़ रुपये में खरीदेगी। मौजूदा समय में, जियो फाइनेंशियल के पास Jio पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (JPBL) में 82.17 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो SBI और जियो का संयुक्त उद्यम है। इस अधिग्रहण के बाद, Jio पेमेंट्स बैंक कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी।

कंपनी ने एक्सचेंज को भेजी गई अपनी फाइलिंग में कहा, “इस अधिग्रहण के बाद, Jio पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (JPBL) कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी।” यह अधिग्रहण भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी के अधीन है और रेगुलेटरी अप्रूवल मिलने के बाद, इसे 45 दिनों के भीतर पूरा किए जाने की उम्मीद है।
शेयरों में एक महीने और छह महीने के दौरान गिरावट आई
हालांकि, पिछले एक महीने के दौरान जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में 13 प्रतिशत की गिरावट आई है, वहीं छह महीने में यह गिरावट 37 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। इसके बावजूद, निवेशकों को इस हालिया खरीदारी के ऐलान के बाद कुछ राहत मिली है, क्योंकि शेयरों में एक बार फिर तेजी आई है।
कंपनी का तिमाही परिणाम स्थिर, लेकिन रेवेन्यू में वृद्धि

वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट स्थिर रहा, जो 295 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 294 करोड़ रुपये था। वहीं, 31 दिसंबर 2024 को समाप्त हुई तिमाही में ऑपरेटिंग रेवेन्यू 438 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के 414 करोड़ रुपये से 6 प्रतिशत अधिक था। यह कंपनी की स्थिर वृद्धि को दर्शाता है, हालांकि शेयरों में कुछ गिरावट भी देखी गई है।

