Jyeshtha Purnima 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है, जो कि हर माह में एक बार पड़ती है। पंचांग के अनुसार अभी ज्येष्ठ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जा रहा है जो कि स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप के लिए विशेष मानी जाती है।
इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और कष्टों का निवारण हो जाता है। ऐसे में हम आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा की तारीख और स्नान दान का मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

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ज्येष्ठ पूर्णिमा की तारीख
हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि 10 जून को सुबह 11 बजकर 35 मिनट से आरंभ हो रही है और इस तिथि का समापन 11 जून को दोपहर 1 बजकर 13 मिनट पर हो जाएगा। वहीं उदया तिथि के अनुसार इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 11 जून को मनाई जाएगी। जबकि पूर्णिमा के निमित्त व्रत 10 जून को किया जाएगा।
पूर्णिमा के दिन स्नान दान का मुहूर्त
ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन स्नान दान के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजकर 2 मिनट से 4 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अमृत काल मुहूर्त सुबह 10 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। पूर्णिमा तिथि पर दान पुण्य के कार्य करना भी उत्तम होगा।
इन चीजों का करें दान
ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन पूजा पाठ के साथ साथ स्नान दान के लिए भी शुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन शुभ मुहूर्त में मौसमी फल, वस्त्र, धन, अन्न, सत्तू आदि का दान जरूर करें। इसके अलावा आप दिन में दही और दूध का भी दान कर सकते हैं।
मान्यता है कि पूर्णिमा पर इन चीजों का दान करने से कुंडली का चंद्रमा मजबूत होकर शुभ फल प्रदान करता है और आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं। इस दिन शादीशुदा महिलाएं श्रृंगार के समान का दान जरूर करें। ऐसा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है।प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।

