Jyoti Singh: काराकाट विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला दर्ज। चुनाव आयोग के नियमों का कथित उल्लंघन और होटल में समर्थकों के साथ रहने को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई की।काराकाट विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरी निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।जानकारी के अनुसार, यह प्राथमिकी निर्वाची पदाधिकारी काराकाट सह एसडीएम प्रभात कुमार ने दर्ज कराई है।
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Jyoti Singh: किस कारण हुई कार्रवाई?
इसे लेकर एसडीपीओ बिक्रमगंज ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि जांच में ज्योति सिंह और उनके समर्थकों द्वारा चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन पाया गया।एसडीएम प्रभात कुमार के मुताबिक, भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह मतदान से एक दिन पहले यानी 10 नवंबर की रात बिक्रमगंज के एक होटल में अपने समर्थकों के साथ ठहरी हुई थीं।एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने होटल पर निरीक्षण और छापेमारी की। इस दौरान ज्योति सिंह और उनके लगभग 15-18 समर्थक चुनावी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते पाए गए।
Jyoti Singh: चुनाव आयोग के नियमों का कथित उल्लंघन
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार और संबंधित गतिविधियां बंद हो जानी चाहिए। इसके अलावा, प्रचार अवधि समाप्त होने के बाद बाहरी प्रचारकों को निर्वाचन क्षेत्र में रहने की अनुमति नहीं होती।एसडीएम ने बताया कि काराकाट विधानसभा में चुनाव प्रचार 9 नवंबर शाम 5 बजे समाप्त हो गया था, लेकिन होटल खाली करने के निर्देश के बावजूद ज्योति सिंह और उनके समर्थक वहां रुके रहे।
वाहनों और होटल रजिस्टर में अनियमितताएं
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि ज्योति सिंह के दो वाहनों के परमिट समाप्त हो चुके थे और तीसरा वाहन अनधिकृत था।साथ ही, होटल रजिस्टर में कई लोगों के नाम दर्ज नहीं थे, जिससे प्रशासन ने इसे नियम उल्लंघन माना।ज्योति सिंह ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए अपने फेसबुक वीडियो में प्रशासन पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीतिक रूप से परेशान करने के लिए होटल में बिना महिला कॉन्स्टेबल के छापेमारी की गई।ज्योति सिंह ने बताया कि उन्हें और उनके समर्थकों को लगभग चार घंटे तक परेशान किया गया, जबकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने इस कार्रवाई को साजिश करार दिया।
प्रशासन और प्रत्याशी के बीच विवाद
प्रशासन का कहना है कि निर्दलीय प्रत्याशी और उनके समर्थक नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, जबकि ज्योति सिंह का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया।इस मामले में स्थानीय पुलिस और एसडीएम टीम जांच में जुटी है और आगे की कानूनी कार्रवाई संभव है।

