Kainchi Dham Temple: कैंची धाम मंदिर में हर रोज ही भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन खासतौर पर हनुमान जन्मोत्सव और बाबा नीब करौरी महाराज की जयंती (15 जून) पर यहां भक्तों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हो जाता है। इस बार 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर हजारों भक्तों के पहुंचने की संभावना है। इस अवसर पर नैनीताल पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
लंबी छुट्टियों के कारण बढ़ी भक्तों की संख्या
आपको बता दे कि, इस बार हनुमान जन्मोत्सव वीकेंड पर पड़ रहा है, जिससे भक्तों की संख्या में और अधिक बढ़ोतरी हो सकती है। लंबी छुट्टियों के चलते भक्तों की गाड़ियों के लिए पार्किंग व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विशेष कदम उठाए हैं। भक्तों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर अपनी गाड़ियां खड़ी करने के बाद शटल बसों के माध्यम से मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। इस व्यवस्था से भक्तों को पार्किंग की समस्या से निजात मिल सकेगी और मंदिर तक पहुंचने में कोई भी दिक्कत नहीं होगी।
पुलिस फोर्स की तैनाती, शटल सेवा और पार्किंग की व्यवस्था
कैंची धाम में भक्तों के जुटने की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस और प्रशासन ने मंदिर तक पहुंचने के रास्तों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था बनाई है। पर्यटन सीजन के मद्देनजर नैनीताल और कैंची धाम मंदिर के लिए शटल बस सेवा भी शुरू की गई है। भीमताल मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए इंडस्ट्रियल एरिया भीमताल में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। वहीं, ज्योलीकोट-भवाली मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए भवाली सेनेटोरियम के पास पार्किंग की सुविधा होगी, जो कैंची बाईपास से करीब 1.5 किलोमीटर दूर है। यहां से शटल सेवा द्वारा भक्तों को मंदिर तक भेजा जाएगा।
कैंची धाम का ऐतिहासिक महत्व
आपको बताते चले कि, कैंची धाम का मंदिर केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी चमत्कारी शक्तियों और रहस्यों के लिए प्रसिद्ध है। बाबा नीब करौरी महाराज को भगवान हनुमान के अवतार के रूप में पूजा जाता है। यहां आने वाले भक्तों का मानना है कि बाबा की कृपा से उनकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली, बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और स्टीव जॉब्स जैसे नामी लोग भी बाबा नीब करौरी के भक्त हैं।
बाबा नीब करौरी का जीवन और कैंची धाम की स्थापना
नीब करौरी बाबा का जन्म 1900 के आसपास उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था। उनका असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। महज 17 साल की उम्र में ही उन्हें गहरी spiritual ज्ञान प्राप्त हुआ था। बाबा नीब करौरी खुद हनुमान जी के परम भक्त थे और वह मानते थे कि भगवान हनुमान का अवतार उन्होंने ही लिया था। 1960 के दशक में उन्होंने कैंची धाम की स्थापना की, जो अब उनके भक्तों के लिए एक पवित्र और चमत्कारी स्थल बन चुका है।
कैंची धाम में हनुमान जी की विशेष आरती
कैंची धाम में हर शनिवार और मंगलवार को भगवान हनुमान की विशेष आरती और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, जिसमें हजारों भक्त भाग लेते हैं। इस दिन की पूजा में भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है और यह दिन विशेष रूप से बाबा नीब करौरी के श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण होता है।
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