Kanwar Yatra 2025: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर दुकानदार का नाम लिखने के फैसले ने एक बार फिर राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। इस मुद्दे के बीच, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) ने एक नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत अब दुकानदार के नाम के बजाय दुकान का नाम लिखा जाएगा। विभाग ने ग्राहक संतुष्टि के लिए एक नया फीडबैक प्रपत्र तैयार किया है, जिसे दुकानों पर अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा।
FSDA एक्ट में दुकानदार का नाम लिखने का कोई कानूनी प्रावधान नहीं
दरअसल, FSDA एक्ट में अब तक दुकानदार का नाम लिखने का कोई कानूनी प्रावधान नहीं था। इस कारण विभाग लगातार एक विकल्प तलाश रहा था, लेकिन किसी ठोस समाधान पर न पहुंचने के बाद विभाग ने दुकान पर लगाए जाने वाले प्रपत्र की नई व्यवस्था शुरू की है। अब इस प्रपत्र में दुकानों का नाम, लाइसेंस नंबर, दुकान का पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी (यदि उपलब्ध हो) लिखना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, प्रत्येक दुकान पर फूड सेफ्टी कनेक्ट एप का क्यूआर कोड भी लगाया जाएगा, जिससे ग्राहक संबंधित दुकान और दुकानदार की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
क्यूआर कोड के जरिए ग्राहक कर सकेंगे मिलावट की शिकायत
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, नई व्यवस्था के तहत, ग्राहक अब क्यूआर कोड स्कैन करके दुकान और दुकानदार की जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ मिलावट की शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। ग्राहक को यह बताना होगा कि उसने क्या खाया और उसमें किस प्रकार की मिलावट की आशंका है। मिलावट की शिकायत मिलने पर विभाग की टीम सक्रिय हो जाएगी और कंट्रोल रूम से नजदीकी खाद्य निरीक्षक को सूचना दी जाएगी। खाद्य निरीक्षक मौके पर जाकर शिकायत की जांच करेगा। अगर जांच में शिकायत सही पाई जाती है तो संबंधित खाद्य पदार्थ को मौके पर ही नष्ट कर दिया जाएगा।
मिलावटखोरी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की योजना
बताते चले कि, कांवड़ यात्रा मार्गों और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए FSDA विभाग ने जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत श्रद्धालुओं को खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान के तरीके बताए जाएंगे। इसके अलावा, FSDA की मोबाइल वैन भी तैनात की जाएगी, जहां श्रद्धालु खुद भी खाद्य पदार्थों की जांच करा सकेंगे। इस पहल से विभाग का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना है।
खाद्य सुरक्षा में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
FSDA की यह नई पहल कांवड़ यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। विभाग के अनुसार, इस कदम से न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि मिलावटखोरी पर भी काबू पाया जा सकेगा। नए निर्देशों के लागू होने से दुकानदारों पर दबाव बढ़ेगा और वे अपनी दुकानों पर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए अधिक जिम्मेदार होंगे।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर दुकानदार के नाम लिखने की नीति को लेकर सियासी विवाद छिड़ने के बाद, FSDA ने एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत दुकानों पर अब दुकानदार के नाम के बजाय दुकान का नाम लिखा जाएगा। इस व्यवस्था के तहत, ग्राहकों को क्यूआर कोड स्कैन करके पूरी जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलेगा और मिलावट की शिकायत के लिए तुरंत कार्रवाई की जाएगी।