Karnataka Politics: एक साथ दिखे दोनों नेता, CM पद की रेस में कौन मारेगा बाजी, कब होगा फैसला?

कर्नाटक में मुख्यमंत्री की 'कुर्सी' पर छिड़े घमासान के बीच सिद्धारमैया और डी.के. शिवकुमार एक साथ क्यों नज़र आए और दोनों जल्द दिल्ली क्यों जा रहे हैं? क्या कांग्रेस आलाकमान इस मुलाकात में नेतृत्व संकट को खत्म करने के लिए कोई बड़ा फार्मूला निकालेगा?

Chandan Das
Karnataka Politics
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Karnataka Politics: कर्नाटक में आंगनवाड़ी की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार शुक्रवार को एक साथ नजर आए। दोनों नेताओं के हाव-भाव से यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं था कि उनके बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कोई विवाद है। कार्यक्रम के दौरान दोनों ने सामान्य और सकारात्मक बातचीत की, जिससे राजनीतिक तनाव का माहौल शांत नजर आया।

Karnataka Politics: डीके शिवकुमार ने दिखाया नरम रुख

कल तक मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करने वाले डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार आज थोड़े नरम नजर आए। उन्होंने अपने भाषण में इशारों-इशारों में सीएम के ट्वीट का जवाब दिया। शिवकुमार ने महिलाओं के लिए राज्य में लागू की गई गारंटी स्कीम को दोनों की साझा कोशिशों का नतीजा बताया। वहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कल सोशल मीडिया पर इस स्कीम का श्रेय खुद को दिया था।

Karnataka Politics: महिलाओं के लिए साझा प्रयास

डीके शिवकुमार ने अपने भाषण में कहा कि जब उन्हें सोनिया गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था, तब उन्होंने मिलकर जनता से कई वादे किए। उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं पर बहुत भरोसा रखते हुए पांच गारंटी स्कीम जारी की गईं। इनमें से तीन स्कीम खास तौर पर महिलाओं के लिए थीं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना था। शिवकुमार ने बताया कि इसी भरोसे और सोच के तहत इन योजनाओं की रूपरेखा बनाई गई।

जनता से आशीर्वाद की अपील

शिवकुमार ने जनता से अपील की कि वे उन्हें और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को फिर से सेवा का अवसर दें। उन्होंने कहा कि आपका आशीर्वाद हमारे साथ रहे और सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर बना रहे। शिवकुमार ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी लोगों की जिंदगी में रोशनी लाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।डिप्टी सीएम ने संकेत दिए कि वे कुछ सीनियर मंत्रियों और मुख्यमंत्री के साथ जल्द ही दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा, “दिल्ली हमारे लिए मंदिर की तरह है। कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और हमारी नीतियां वहीं से बनती हैं। भले ही राज्य में हम शासन कर रहे हैं, लेकिन नीति निर्माण में दिल्ली महत्वपूर्ण केंद्र है।”

वोक्कालिगा समुदाय और समग्र नेतृत्व

शिवकुमार ने वोक्कालिगा समुदाय के दबाव और उनके समुदाय के प्रति जिम्मेदारी पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वे अपनी कम्युनिटी का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन सभी समुदायों के लिए काम करने वाले नेता हैं। उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक लाभ नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के विकास को सुनिश्चित करना है।कर्नाटक में आयोजित इस कार्यक्रम में दोनों नेताओं के बीच दिखी सकारात्मक और सहयोगी छवि ने राजनीतिक अटकलों को शांत करने का काम किया। महिलाओं और युवाओं के लिए लागू की गई गारंटी स्कीम, दिल्ली यात्रा और समुदाय के प्रति जिम्मेदारी पर शिवकुमार के बयान ने यह स्पष्ट किया कि कर्नाटक कांग्रेस एकजुट और योजनाबद्ध तरीके से जनता की सेवा के लिए काम कर रही है।

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