Kedarnath Temple: भाई दूज पर वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए।इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी बाबा केदार के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।भाई दूज के पावन पर्व पर आज गुरुवार को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। इस दौरान पूरी केदारघाटी “हर हर महादेव” और “जय बाबा केदार” के जयघोष से गूंज उठी।
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वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बंद हुए बाबा केदारनाथ के कपाट
कपाट बंद होने के मौके पर केदारनाथ मंदिर को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस शुभ अवसर पर धाम पहुंचे और बाबा केदार के दर्शन किए।मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि,इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। उन्होंने कहा, “इस बार 17.5 लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है।
कपाट बंद होने से पहले की समाधि की पूजा
केदारनाथ मंदिर धाम के पुरोहित उमेश पोस्ती ने बताया कि,कपाट बंद होने से पूर्व समाधि की पूजा की गई है इसके बाद सुबह साढ़े 8 बजे भगवान केदार की चल विग्रह की डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होगी।उन्होंने बताया जब भगवान यहां पधारे थे उनका जल और दूध-घी के द्वारा उनका स्नान कराया गया था।मंदिर में आज भस्म के जरिए उनका स्नान कराया गया पुरोहित ने कहा,जिन लोगों ने मंदिर में 6 महीने भगवान केदारनाथ और आने वाले यात्रियों की सेवा की उन्हें हम तहेदिल से धन्यवाद देते हैं।
6 माह के लिए बंद हुए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट
केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के दौरान पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार किया गया साथ ही परंपराओं और विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई।मंदिर के कपाट बंद होने के अंतिम दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले हजारों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव और जय बाबा केदार का जयघोष किया ।मंदिर के कपाट आज से 6 माह के लिए बंद किए गए बाबा केदारनाथ की पूजा अब से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में की जाएगी।
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