Kedarnath Yatra 2025 : उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश का असर अब चारधाम यात्रा पर भी साफ दिखाई दे रहा है। केदारनाथ यात्रा 2025 को एक बार फिर अस्थाई रूप से रोक दिया गया है। इसका कारण है सोनप्रयाग से मुनकटिया के बीच यात्रा मार्ग का ध्वस्त हो जाना, जहाँ बीती रात भारी बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरते रहे, जिससे रास्ता पूरी तरह बाधित हो गया।
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फंसे हुए श्रद्धालुओं को SDRF और NDRF ने निकाला
रास्ता टूटने की वजह से 40 से अधिक श्रद्धालु रास्ते में फंस गए थे, जो केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे थे। ये सभी यात्री रात 10 बजे के बाद से स्लाइड जोन में फंसे हुए थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए NDRF और SDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया गया।टीमों ने एक-एक कर सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रास्तों से बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है।
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बारिश के कारण पहाड़ों में बढ़ा लैंडस्लाइड का खतरा
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पिछले दस दिनों में यह दूसरी बार है, जब यात्रा को बीच में रोकना पड़ा है। इससे पहले भी खराब मौसम के चलते सोनप्रयाग क्षेत्र में यात्रा को रोकना पड़ा था। इस बार भी मुनकटिया और सोनप्रयाग शटल सेवा पॉइंट के पास ऊपरी पहाड़ियों से लगातार मलबा और पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिससे रास्ते को भारी नुकसान पहुंचा है।
प्रशासन अलर्ट मोड में
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि जब तक मार्ग को पूरी तरह सुरक्षित और यातायात योग्य नहीं बनाया जाता, केदारनाथ यात्रा को अस्थाई रूप से स्थगित रखा जाएगा। SDRF की टीम लगातार ऊपर की ओर जा रहे श्रद्धालुओं को भी वापस लाकर सुरक्षित स्थानों पर भेज रही है।
ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं
गौरतलब है कि पिछले साल 31 जुलाई 2024 को भी भारी बारिश और आपदा के चलते सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच 6 किलोमीटर का हाईवे जगह-जगह से टूट गया था, जिससे हजारों श्रद्धालु फंसे थे। उस समय भी SDRF और प्रशासन ने मिलकर बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था।