Kharmas 2025: खरमास एक ऐसा विशेष समय होता है जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर साल आता है। यह समय सूर्यदेव के धनु या मीन राशि में प्रवेश करने पर होता है और इसकी मान्यता के अनुसार इस दौरान शुभ कार्यों पर रोक लगा दी जाती है। इस लेख में हम 2025 के खरमास की शुरुआत और समापन की सही तिथि के बारे में जानेंगे।
खरमास क्या है?

खरमास का समय तब आता है जब सूर्यदेव मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इस दौरान सूर्यदेव का प्रभाव कम हो जाता है और माना जाता है कि यह समय शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं होता। विशेष रूप से शादी-विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा, मुंडन, जनेऊ जैसे मांगलिक कार्यों को इस दौरान टाल दिया जाता है। इस समय को ज्योतिष शास्त्र में शुभ कार्यों पर रोक का समय माना जाता है।
Read more :Himalayan Temple: अमरनाथ के अलावा भी बर्फ से बनता है शिवलिंग,चमत्कारी रूप की पूजा और महिमा
खरमास 2025 कब शुरू होगा?

ज्योतिष गणना के अनुसार, 2025 में सूर्यदेव 14 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी। इससे पहले सूर्यदेव कुंभ राशि में स्थित थे और 13 मार्च तक कुंभ राशि में ही रहेंगे।अतः 14 मार्च 2025 से खरमास की शुरुआत होगी और यह लगभग एक महीने तक चलेगा।
Read more :Sheetala Ashtami 2025: इस साल कब मनाई जाएगी शीतला अष्टमी, जानें महत्व और पूजा विधि
खरमास का समापन कब होगा?

पंचांग के अनुसार, सूर्यदेव 14 अप्रैल 2025 को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन खरमास का समापन होगा और इसके बाद शुभ कार्यों की शुरुआत हो सकती है। इसके साथ ही शादी-विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य फिर से किए जा सकते हैं।
Read more :Kedarnath Yatra 2025: कब खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट ? सामने आ गई तारीख…यहां जानिए पूरी जानकारी
खरमास के दौरान क्या न करें?

खरमास की अवधि में, घरों में कोई भी बड़ा शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इसका उद्देश्य इस समय सूर्यदेव की कमजोर स्थिति और प्रभाव से बचने के लिए है। खासकर शादी, गृह प्रवेश, वाहन खरीदारी, मुंडन और जनेऊ जैसे कार्यों को इस समय में टालने की सलाह दी जाती है। यह मान्यता है कि इस समय सूर्यदेव अपने तेज को कम कर लेते हैं, जिससे शुभ कार्यों का फल भी कम होता है।
Read more :Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पूजा के दौरान आरती और चालीसा का पाठ करें, सफल होगी पूजा
2025 के खरमास का महत्व

2025 के खरमास का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इस दौरान सूर्य का मीन राशि में प्रवेश होने जा रहा है, जो एक विशिष्ट ज्योतिषीय घटना है। मीन राशि के बारे में कहा जाता है कि यह एक खास समय होता है जब सूर्यदेव अपनी शक्ति को कम करते हैं, इसलिए इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य करना मना होता है।खरमास की शुरुआत और समापन की सही जानकारी आपको अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद कर सकती है। इस दौरान आपको सलाह दी जाती है कि आप इस समय का पालन करें और कोई भी शुभ कार्य स्थगित रखें।