Bihar Politics: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और पवन सिंह के बीच का विवाद एक बार फिर गहरा गया है। हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद, खेसारी लाल यादव ने अपनी कथित ‘राम मंदिर विरोधी’ टिप्पणी पर सफाई दी है और इसी बहाने पवन सिंह पर अप्रत्यक्ष लेकिन तीखा हमला किया है। खेसारी ने अपने प्रतिद्वंद्वी को ‘चरित्रहीन’ तक कह डाला है, जिसके बाद भोजपुरी इंडस्ट्री में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है।
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चुनाव में मिली हार और मंदिर टिप्पणी पर की खुलकर बात
बताते चले कि, भोजपुरी फिल्म जगत के लोकप्रिय अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव को बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अपने एक कथित बयान को लेकर भारी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था, जिसका असर उन्हें चुनाव में मिली हार के रूप में भी देखने को मिला। इसी दौरान, पवन सिंह और खेसारी लाल के बीच तनातनी सार्वजनिक रूप से दिखी थी। अब, चुनाव खत्म होने के बाद, खेसारी लाल ने चुप्पी तोड़ते हुए न केवल अपनी मंदिर विरोधी टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया है, बल्कि अपने विरोधी पवन सिंह पर भी कड़ा प्रहार किया है।
खेसारी लाल यादव ने पार्टी नेतृत्व पर भी उठाए सवाल
अपने बयानों को आगे बढ़ाते हुए, खेसारी लाल ने पवन सिंह पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए उन्हें ‘चरित्रहीन’ व्यक्ति बताया। उन्होंने यहाँ तक कहा कि “कभी-कभी पार्टी पर तरस आता है कि इतने ‘चरित्रहीन’ लोगों को बड़ा पद दे देती है।”
खेसारी लाल यादव ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राम मंदिर का नहीं, बल्कि शिक्षा और रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों की अहमियत पर जोर दिया था। पवन सिंह का नाम लिए बिना, खेसारी ने उन पर व्यक्तिगत हमला बोला और कहा कि ‘कौन कितना चरित्रवान है, यह सबको पता है’। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह अपनी पत्नी के साथ रहते हैं और दूसरों को भी सम्मान दिखाना चाहिए। उन्होंने पवन सिंह को ‘दुनिया को बेवकूफ बनाना बंद कर देने’ की सलाह भी दी, जिससे दोनों कलाकारों के बीच की कड़वाहट साफ झलकती है।
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सुपरस्टार खेसारी लाल ने प्रशंसकों को दी अपनी सेहत की खबर
चुनाव के बाद अपनी खराब तबीयत का हवाला देते हुए, खेसारी लाल यादव ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया। उन्होंने बताया कि चुनाव के बाद से ही उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वे बुखार तथा खांसी से जूझ रहे हैं, जिस कारण वह किसी से बात नहीं कर पाए।
इसी वीडियो में, उन्होंने अपने प्रशंसकों को नए रिलीज हुए गानों के बारे में भी अपडेट दिया। इसके अलावा, उन्होंने छपरा (जहाँ से उन्होंने चुनाव लड़ा था) के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्हें वहाँ के लोगों से कोई शिकायत नहीं है। यह वीडियो एक तरह से चुनाव के नतीजों और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बीच प्रशंसकों से जुड़ने का उनका प्रयास था।
धर्म और शिक्षा को समान महत्व देने की बात दोहराई
खेसारी लाल ने अपने ऊपर लगाए गए ‘राम विरोधी’ के टैग पर भी सफाई दी। उन्होंने खुलासा किया कि जिस बयान को लेकर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है, वह आज का नहीं बल्कि 2018 का था। उन्होंने इस विवादित बयान पर तर्कपूर्ण सवाल उठाया: “अगर कोई एक पत्नी के साथ रहता है तो क्या वह राम भक्त नहीं है? और जो कई शादियां करता है, वह भगवान राम का अनुयायी है?”
इस तरह, उन्होंने व्यक्तिगत चरित्र और धार्मिक आस्था के बीच के अंतर को स्पष्ट करने की कोशिश की। खेसारी ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा कि ‘मंदिर और सनातन’ अपनी जगह पर हैं, लेकिन ‘शिक्षा और रोजगार’ जैसे जीवन के बुनियादी पहलू भी उतने ही जरूरी हैं। यह बयान बताता है कि वह धर्म की राजनीति के बजाय विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

