Khonoma Village: छुट्टियों में जरूर करें इस रहस्यमयी गांव की सैर, जहां दुकानों पर नहीं होते दुकानदार…

Neha Mishra
Khonoma Village
Khonoma Village

Khonoma Village: भारत के नागालैंड राज्य का खोनोमा गांव अपनी अनोखी ईमानदारी और भरोसे के लिए प्रसिद्ध है। यह वह जगह है जहां दुकानों पर न तो कोई दुकानदार बैठता है और न ही ताले लगाए जाते हैं। यहां के लोग अपनी जरूरत का सामान खुद उठाते हैं और जितने पैसे लेने होते हैं, उतनी रकम दुकानों पर रख देते हैं। यह गांव भरोसे और ईमानदारी की मिसाल माना जाता है, जहां चोरी और धोखाधड़ी जैसे अपराधों का नामोनिशान तक नहीं है। इस अनोखे गांव में लोग पारस्परिक सम्मान और नैतिकता को जीवन का मूलमंत्र मानते हैं, जिससे यहां का माहौल शांति और सौहार्द से भरा रहता है।

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खोनोमा गांव: ईमानदारी की मिसाल

आज के समय में जब धोखाधड़ी और चोरी जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं, तब खोनोमा गांव की यह परंपरा दिल को छू जाती है। यहां दुकानों पर कोई ताला नहीं होता और ना ही दुकानदार मौजूद रहते हैं, बावजूद इसके दुकानें पूरी तरह सुरक्षित रहती हैं। यहां के लोग एक-दूसरे पर पूरा भरोसा करते हैं और यही भरोसा गांव को एक खास पहचान देता है। गांव के लोग कहते हैं कि इंसान की असली पहचान उसकी ईमानदारी और दूसरों के अधिकार का सम्मान करने से होती है। इसी सोच के कारण खोनोमा में आज तक चोरी या किसी प्रकार का अपराध नहीं हुआ। यह संस्कार गांव के बच्चों को भी सिखाए जाते हैं, जिसके चलते यह ईमानदारी की परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी जारी है।

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भारत का पहला ग्रीन विलेज भी है खोनोमा

भारत का पहला ग्रीन विलेज भी है खोनोमा
भारत का पहला ग्रीन विलेज भी है खोनोमा

खोनोमा केवल अपनी ईमानदारी के लिए ही नहीं बल्कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी मशहूर है। इसे भारत का पहला ग्रीन विलेज भी माना जाता है। यहां के लोग स्वच्छता और हरियाली को जीवन का अभिन्न हिस्सा मानते हैं। जंगलों और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए वे सामूहिक प्रयास करते हैं। इस वजह से खोनोमा गांव देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक आदर्श और खूबसूरत पर्यटन स्थल बन चुका है। शांत वातावरण, हरियाली और पारंपरिक संस्कृति यहां के खास आकर्षण हैं।

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खोनोमा गांव पहुंचने का तरीका

खोनोमा गांव पहुंचने का तरीका
खोनोमा गांव पहुंचने का तरीका

अगर आप इस अनोखे और खूबसूरत गांव का अनुभव लेना चाहते हैं तो सबसे पहले नागालैंड की राजधानी कोहिमा पहुंचें। कोहिमा से खोनोमा गांव की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। कोहिमा तक पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा डिमापुर में है, जहां से आप टैक्सी या बस द्वारा कोहिमा पहुंच सकते हैं। कोहिमा से खोनोमा के लिए सड़क मार्ग से यात्रा करना आसान है। पर्यटक यहां आकर न केवल प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं बल्कि गांव की अनोखी संस्कृति और भरोसे की मिसाल भी देख सकते हैं।

 

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