जानें छठ में चढ़ने वाले प्रसाद का महत्व..

Aanchal Singh

Chhath Puja Prasad: छठ पर्व का देश के कई राज्यों में बहुत अधिक महत्व हैं। बिहार, झारखंड व यूपी में इस पर्व को बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं। छठ पूजा 4 दिन की होती है। लेकिन इस पर्व के पहले ही दिन से नहाय -खाय शुरु हो जाता हैं। जिसके बाद दूसरे दिन खरना होता है और तीसरे दिन सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। फिर पूजा के चौथे दिन सुबह में अर्घ्य देकर पूजा का समापन होता है। इस पूजा में कई फल चढ़ाए जाते हैं। जिसका एक अलग ही महत्व होता हैं।

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ठेकुआ

छठ पूजा में बहुत से प्रसाद चढ़ाए जाते हैं, जिसका बहुक ही खास महत्व होता हैं। छठी मईया को कई तरह के प्रसाद चढ़ाए जाते हैं। प्रसाद में सबसे मुख्य ठेकुए का प्रसाद होता है। इस ठेकुए को गुड़ और आटे से बनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि छठ की पूजा ठेकुआ के बिना अधूरी होती है। इस लिए सभी लोग प्रसाद में ठेकुए जरुर बनाते और चढ़ाते हैं।

केला

छठी मईया को बहुत से फल चढ़ाए जाते हैं जिसमें केला शामिल होता हैं। वैसे तो हर किसी को ये खाना पसंद होता है लेकिन बात अगर छठ पूजा की करें तो, छठी मईया को भी ये फल बहुत पसंद है। ऐसा माना जाता है कि केला में भगवान विष्णु वास करते हैं। इसलिए लोग छठ मईया को प्रसन्न करने के लिए केला भी चढ़ाते हैं।

डाभ नींबू

इसके अलावा डाभ नींबू का स्वाद खट्टा–मीठा होता है। ये फल सामान्य नींबू से बड़ा होता है। जिसे प्रसाद के रुप में चढ़ाया जाता हैं।

नारियल

छठ के पर्व में नारियल चढ़ाने का बहगुत ही खास महत्व हैं। ऐसा कहा जाता है कि पूजा में नारियल चढ़ाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए लोग इसको प्रसाद के रुप में चढ़ाएंगे।

गन्ने

छठ पूजा में गन्ने का भी बहुत महत्व है इसलिए लोग इसे छठी मईया की पूजा में इस्तेमाल करते हैं।

सुथनी

आपको बता दे कि सुथनी का स्वाद खाने में शकरकंदी की तरह होता है। यह फल मिठी से निकलका है इसलिए इसे बहुत शुद्ध माना जाता है।

सुपारी

जब भी कोई पूजा होता है तो उसमें पूजा का संकल्प बिना पान सुपारी नहीं होता है इसलिए छठ पूजा में भी सुपारी रखी जाती है।

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