Kolkata Trainee Doctor Murder Rape Case:कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय को दोषी करार दिया है। यह फैसला 161 दिन बाद आया है, जिससे पीड़िता को आखिरकार न्याय मिला। इस मामले में महिला डॉक्टर की लाश 9 अगस्त 2024 को उत्तरी कोलकाता में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज के परिसर से बरामद की गई थी, जिसके बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया।
रेप और हत्या की चौंकाने वाली सच्चाई

महिला डॉक्टर की लाश मिलने के बाद मामले में सच्चाई धीरे-धीरे सामने आई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि डॉक्टर के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसे गला घोटकर हत्या कर दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी संजय रॉय ने दो बार पीड़िता का गला घोंटा था ताकि उसकी मौत सुनिश्चित हो सके। इस मामले में शुरुआत में आरजी कर अस्पताल ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था, लेकिन बाद में तथ्यों के सामने आने के बाद यह पूरी तरह से बदल गया और मामला हत्या और रेप का बन गया।
घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया

आरजी कर अस्पताल में इस घटना के सामने आने के बाद यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बन गया। अस्पताल के अधिकारियों ने शुरुआत में इसे आत्महत्या का मामला बताया था, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, यह स्पष्ट हो गया कि यह एक जघन्य अपराध था। डॉक्टर की मौत के बाद मामले की सच्चाई ने हर किसी को झकझोर दिया। आखिरकार, आरोपी संजय रॉय को न्यायालय ने दोषी ठहराया।
जांच और कानूनी प्रक्रिया
इस मामले की जांच में कई कड़ी मशक्कत की गई और अंततः आरोपी संजय रॉय को कोर्ट द्वारा दोषी करार दिया गया। सियालदह कोर्ट ने उसे हत्या और रेप के आरोप में दोषी माना और यह निर्णय 161 दिन बाद आया, जिससे महिला डॉक्टर के परिवार और समाज को न्याय मिला।
Read more :Kota में JEE की तैयारी कर रहे छात्र ने दी जान, 10 दिन में चौथा मामला; परिजनों ने उठाया नेक कदम
निर्भया के न्याय का इंतजार

इस मामले में न्याय मिलने के बाद कोलकाता की ‘निर्भया’ को आखिरकार न्याय मिला। हालांकि यह फैसला बहुत समय बाद आया, लेकिन यह भी सच है कि न्यायालय ने आरोपी को दोषी ठहराकर पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया। अब उम्मीद की जा रही है कि इस फैसले से अन्य ऐसे मामलों में भी एक संदेश जाएगा कि अपराधियों को कभी न बख्शा जाएगा और न्याय मिलेगा।