Kubereshwar Dham Rudraksha Mahotsav Last Day:मध्य प्रदेश के सीहोर जिले स्थित कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव के समापन के समय तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब शिव महापुराण कथा का आयोजन तीन दिनों तक बड़े धूमधाम से चल रहा था। इस कथा के समापन के मौके पर श्रद्धालुओं की मौत ने इस आयोजन को शोक की छांव में बदल दिया।
Read more :Bhind Road Accident Today: एमपी में भीषण सड़क हादसा.. 7 लोगों की मौत, 8 गंभीर घायल
गर्मियों ने बढ़ाई कठिनाई, श्रद्धालुओं की तबियत बिगड़ी

कथा स्थल पर सोमवार सुबह एक 55 वर्षीय महिला अचेत अवस्था में पाई गई। उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस महिला का नाम मंजू बताया जा रहा है और वह गुजरात से महोत्सव में हिस्सा लेने आई थी। महिला की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने इसकी जानकारी कोतवाली थाने को दी।
Read more :MP Village Name Change: मध्य प्रदेश में 54 गांवों के नाम बदलने का ऐलान, मुख्यमंत्री ने की घोषणा
गोलू और विजेंद्र की भी हुई मौत
इससे पहले, कथा के दौरान ही दो अन्य श्रद्धालुओं की भी मौत हो चुकी थी। 25 वर्षीय गोलू, जो अपने चार साथियों के साथ कथा सुनने आया था, अचानक गर्मी के कारण चक्कर खाकर गिर पड़ा। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोलू के रिश्तेदार राहुल कोष्टा ने बताया कि गर्मी इतनी अधिक थी कि युवक को चक्कर आ गए थे, जिससे उसकी तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।शनिवार को एक और युवक विजेंद्र की मौत हुई थी। वह कानपुर से कथा में शामिल होने के लिए आया था और गर्मी के कारण उसकी तबियत खराब हो गई, जिससे उसने दम तोड़ दिया।
Read more :Jabalpur Road Accident:महाकुंभ से लौट रही ट्रैवलर की ट्रक से भीषण टक्कर,7 लोगों की मौत
रुद्राक्ष महोत्सव में दूर-दूर से आए श्रद्धालु
कुबेरेश्वर धाम में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में देशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे। इस आयोजन में पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण कथा का प्रवचन किया। तीन दिवसीय इस कथा का समापन सोमवार को हुआ, लेकिन इसके अंत तक तीन श्रद्धालुओं की मौत ने श्रद्धालुओं के बीच शोक की लहर पैदा कर दी।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस अब इन घटनाओं की जांच कर रही है और मृतकों के साथ आए अन्य श्रद्धालुओं से जानकारी इकट्ठा कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह गर्मी के कारण हुई घटनाएं हैं, लेकिन पूरी जांच के बाद ही सटीक कारणों का पता चल पाएगा।

