Kuldeep Yadav: यह विकेट सिर्फ बावुमा का नहीं, कुलदीप के कमबैक का सबसे बड़ा राज है!

कुलदीप यादव ने टेंबा बावुमा का विकेट लेते ही क्यों मनाया इतना जोरदार जश्न? यह विकेट सिर्फ एक आउट नहीं, बल्कि कुलदीप के करियर की एक बड़ी उपलब्धि से जुड़ा है। कौन सा रिकॉर्ड टूटा? कौन सी खास वजह इसे इतना महत्वपूर्ण बनाती है, जिसके लिए कुलदीप लंबे समय से प्रयास कर रहे थे? वीडियो में देखें शानदार गेंद और जानें इस बड़े सीक्रेट के पीछे की पूरी कहानी!

Chandan Das
Kuldeep Yadav
कुलदीप यादव

Kuldeep Yadav: कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में जब कुलदीप यादव मैदान पर उतरे तो यह उनके लिए एक भावुक और खास पल साबित हुआ। भले ही वे इससे पहले भारत के लिए 15 टेस्ट खेल चुके हैं, लेकिन उनमें से कोई भी टेस्ट ईडन गार्डन्स में नहीं हुआ था। इस तरह भारत के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट मैदान पर यह उनका पहला टेस्ट मैच है, जिसने इस मुकाबले को उनके करियर में यादगार बना दिया।

Kuldeep Yadav: बावुमा का विकेट कुलदीप के लिए क्यों खास बना?

साउथ अफ्रीका के कप्तान टेंबा बावुमा का विकेट कुलदीप यादव के लिए सिर्फ एक औपचारिक सफलता नहीं, बल्कि एक बड़ा माइलस्टोन था। इस विकेट के साथ कुलदीप ने भारतीय सरजमीं पर अपने 150 इंटरनेशनल विकेट पूरे कर लिए।यानी बावुमा भारत में उनके 150वें अंतरराष्ट्रीय शिकार बने। यह उपलब्धि न सिर्फ कुलदीप के निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है, बल्कि उन्हें भारत के क्रिकेट इतिहास में एक खास स्थान भी देती है।

Kuldeep Yadav: कैसे गिराया बावुमा का विकेट?

कुलदीप यादव ने टेंबा बावुमा को अपनी शानदार स्पिन और फ्लाइट से फंसाया।उन्होंने गेंद को इस तरह घुमाया कि बल्लेबाज पूरी तरह बीट हो गया और लेग स्लिप पर खड़े ध्रुव जुरेल ने एक बेहतरीन कैच लपक कर विकेट पूरा किया।बावुमा महज 11 गेंदों में 3 रन ही बना सके और पवेलियन लौट गए। इस विकेट ने भारतीय टीम को शुरुआती बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।इस माइलस्टोन के साथ कुलदीप यादव भारत में 150 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले भारत के 9वें गेंदबाज बन गए।उन्होंने यह उपलब्धि 87 पारियों में हासिल की, जो उनकी निरंतरता और प्रभावशाली गेंदबाजी का प्रमाण है।

150+ विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की सूची

कुलदीप से पहले जिन भारतीय दिग्गज गेंदबाजों ने यह उपलब्धि हासिल की है, उनमें शामिल हैं—

अनिल कुंबले: 476 विकेट (भारत में सबसे ज्यादा)

रविचंद्रन अश्विन: 475 विकेट (193 पारियां)

हरभजन सिंह: 380 विकेट (201 पारियां)

रवींद्र जडेजा: 377 विकेट (अब भी सक्रिय)

कपिल देव: 319 विकेट (202 पारियां)

जवागल श्रीनाथ: 211 विकेट

जहीर खान: 201 विकेट

मोहम्मद शमी: 168 विकेट

इस सूची में कुलदीप का जुड़ना बताता है कि वे भारतीय स्पिन परंपरा में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।हाल के वर्षों में कुलदीप यादव को रेड बॉल क्रिकेट में कम मौके मिले हैं, लेकिन हर बार जब उन्हें मौका मिलता है, वे अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करते हैं।कोलकाता टेस्ट में उनकी गेंदबाजी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वे टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे भरोसेमंद स्पिन विकल्पों में से एक हैं।

टीम इंडिया के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं कुलदीप यादव?

भारत की घरेलू पिचों पर कलाई के स्पिनर (चाइनामैन) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।कुलदीप की विविधता, बदलाव और गूगली उन्हें किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप के लिए चुनौती बनाती है।उनका यह माइलस्टोन दर्शाता है कि वे भारत की टेस्ट टीम में स्थायी जगह के प्रबल दावेदार हैं।

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