Kulgam Encounter:जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ बड़ी कामयाबी..सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को किया ढेर

Mona Jha
Kulgam Encounter
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Kulgam Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। देर रात की इस कार्रवाई में जवानों ने एक आतंकवादी को ढेर कर दिया। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा यह संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभियान जारी है और इलाके में पूरी तरह से घेराबंदी कर रखी गयी है।

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पुरजोर प्रतिक्रिया और निरंतर कार्रवाई

भारतीय सेना की चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X” पर जारी एक बयान में बताया कि कुलगाम में रात भर रुक-रुक कर और तीव्र गोलाबारी जारी रही। सेक्योरिटी फोर्सेज ने तत्परता के साथ आतंकियों को जवाबी कार्रवाई के जरिए घुटने टेकने पर मजबूर किया। सेना ने इलाके की गलियों और मुख्य रास्तों पर सख्त निगरानी रखी ताकि आतंकवादियों को भागने का मौका न मिले। उनके खिलाफ किए गए प्रभावी ऑपरेशन में क्षतिहीन बचने की संभावना न्यूनतम थी।

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आतंकियों को घेरकर दबाव में रखा

सुरक्षा बलों ने इलाके को सील कर रखा और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत नजरअंदाज नहीं किया। एसओजी, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टुकड़ियों ने मिलकर आतंकियों के संभावित रास्तों पर घेराबंदी कर दी थी। सक्रिय निगरानी के चलते आतंकवादी कहीं भाग नहीं सके और अंततः जब सामने आए, तो सेना ने सटीक निशानेबाजी के माध्यम से एक को मार गिराया। इस सघन अभियान ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया।

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पिछले मुठभेड़ का संदर्भ

जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को रोकने में पिछले दिनों हुई कार्रवाई भी उल्लेखनीय रही। 30 जुलाई को पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने पर सेना की व्हाइट नाइट कोर ने ऑपरेशन शुरू किया था। उस दौरान भी भारतीय सेना के जवानों ने बढ़‑चढ़‑कर भाग लिया और सीमा बाड़ के पास एक आतंकियों का सफाया किया गया था। यानी, कुलगाम मुठभेड़ से ठीक पहले भी आतंकवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा चुकी थी।

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संयुक्त सैन्य कवायद की प्रमुख विशेषताएं

  • संयुक्त निगरानी: सेना, सीआरपीएफ, पुलिस व एसओजी ने मिलकर पूरे क्षेत्र की मूलभूत सुरक्षा सुनिश्चित की।
  • प्रभावी घेराबंदी: आतंकियों को भागने से रोकने के लिए संकुचित क्षेत्र में ही उन्हें दबाव में लाया गया।
  • निशानेबाजी की सटीकता: जवानों ने बेहद सावधानी एवं प्रतिबद्धता के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया।
  • रात भर जारी अभियान: पूरे रात भर सुरक्षा बलों की सतर्कता और कार्रवाई अभिनव रूप से जारी रही।
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