Laxmi Narayan Chaudhary: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने राष्ट्रीय लोकदल (RLD) को लेकर बड़ा राजनीतिक बयान देते हुए पार्टी की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि लोकदल ने हमेशा अपने सहयोगियों को नुकसान पहुंचाया है, और जिसके साथ भी गया, उसकी राजनीति खत्म हो गई।
जयंत चौधरी पर सीधा निशाना
लक्ष्मी नारायण चौधरी के इस बयान को राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी पर सीधा हमला माना जा रहा है। उन्होंने कहा: “लोकदल का इतिहास रहा है कि यह जिस भी पार्टी के साथ गया, उसे नुकसान हुआ है। चाहे अखिलेश यादव हों, नरसिम्हा राव, अटल बिहारी वाजपेयी, या राजनाथ सिंह- सभी को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।” इस बयान के जरिए मंत्री ने आगामी चुनावी गठबंधनों पर भी संदेश देने की कोशिश की है कि लोकदल के साथ जुड़ना राजनीतिक रूप से जोखिम भरा हो सकता है।
गठबंधनों का ‘घातक’ रिकॉर्ड?
चौधरी का इशारा RLD के पिछले राजनीतिक गठबंधनों की ओर था, जहां पार्टी ने कभी कांग्रेस, कभी समाजवादी पार्टी और कभी भाजपा से हाथ मिलाया, लेकिन हर बार गठबंधन दलों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बयान आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसमें RLD की साख और उपयोगिता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
सियासी बयानबाजी तेज
इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी तापमान और बढ़ सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जयंत चौधरी और RLD इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। पिछले कुछ वर्षों में RLD ने पश्चिमी यूपी में अपनी जाट वोटबैंक की पकड़ को फिर से मजबूत करने की कोशिश की है। लक्ष्मी नारायण चौधरी का बयान न सिर्फ RLD की राजनीतिक विश्वसनीयता पर हमला है, बल्कि आने वाले चुनावों से पहले गठबंधन की संभावनाओं को भी प्रभावित कर सकता है। अब निगाहें जयंत चौधरी की प्रतिक्रिया और RLD की अगली रणनीति पर टिकी हैं।
