Lucknow Bus Accident:लखनऊ के काकोरी इलाके में गुरुवार शाम एक रोडवेज बस भीषण हादसे का शिकार हो गई। हरदोई की ओर से आ रही यह कैसरबाग डिपो की बस जब गोलाकुआं के पास पहुँची, तो सड़क किनारे खड़े एक टैंकर से बचने के प्रयास में चालक ने अचानक बस मोड़ दी। इस दौरान बस ने पहले दो बाइक सवारों को टक्कर मारी और फिर नियंत्रण खोकर 25 फीट गहरी खाई में गिर गई।
40 यात्रियों से भरी थी बस, 5 की मौत, 19 घायल
बस में कुल 40 यात्री सवार थे। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 यात्री घायल हुए हैं। मृतकों में बाबू राम (सुनगढ़ी, पीलीभीत), नरदेव (मथुरा), संजीव (बदायूं), दिलशाद (बुधडिया, काकोरी) की पहचान हो चुकी है। एक मृतक की शिनाख्त अभी बाकी है। घायलों को ट्रामा सेंटर व अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
Read more :UP Weather: बारिश और धूप का सिलसिला जारी, जानें आज के मौसम का हाल…
टैंकर चालक की लापरवाही बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच के अनुसार, जिस टैंकर को बचाने के प्रयास में हादसा हुआ, वह पानी डालने के लिए सड़क किनारे खड़ा किया गया था। हैरानी की बात यह है कि टैंकर में रेडियम पट्टी तक नहीं लगी थी, जिससे रात के समय वह नजर नहीं आ रहा था। साथ ही, टैंकर का चालक मौके पर मौजूद नहीं था, जो गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
राहत और बचाव कार्य में जुटी पुलिस और दमकल टीम
दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव, जिलाधिकारी विशाख जी., पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सेंगर, और अन्य थाना क्षेत्रों की पुलिस घटनास्थल पर पहुँची। दमकल विभाग और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। खाई से घायलों को निकाला गया और तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया।
Read more :Kasganj News: भंडारे का खाना खाने के बाद 100 लोगों की बिगड़ी तबियत, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने और बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और हादसे की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।
सड़क पर नहीं थी स्ट्रीट लाइट
स्थानीय निवासियों ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हुई थी। यदि सड़क पर रोशनी होती तो टैंकर दूर से दिखाई देता और यह हादसा टल सकता था। इस दुर्घटना ने नगर विकास और लोक निर्माण विभाग की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है।
