Lucknow Indian Overseas Bank Locker News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरों ने चोरी की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। यह घटना मटियारी पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई, जिससे पूरे इलाके में सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। चोरों ने बैंक के 42 लॉकरों को निशाना बनाकर लाखों रुपये और कीमती सामान चुरा लिया। इस चोरी के तरीके और घटनास्थल पर हुई चूक ने पुलिस और बैंक प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बदमाशों का एनकाउंटर

आपको बता दें कि आज सोमवार सुबह लखनऊ पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ हो गई। जिसके बाद चिनहट इलाके में चिनहट इलाके में हुए एनकाउंटर में गोली लगने से एक बदमाश जख्मी हो गया। लेकिन उसके दो साथी भागने में कामयाब हो गाए।
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वारदात की पूरी कहानी

बताया जा रहा है कि ये घटना शनिवार रात 10:30 बजे के आसपास शुरू हुई। वहीं चोरों ने पहले बैंक के पास स्थित एक खाली प्लॉट से दीवार फांदी और वहां से बैंक की दीवार में सेंध लगाकर प्रवेश किया। इसके बाद उन्होंने सावधानीपूर्वक बैंक की दीवार में छेद किया और इलेक्ट्रॉनिक कटर का इस्तेमाल कर स्ट्रॉन्ग रूम की दीवार काट डाली। फिर चोरों ने बैंक के लॉकर रूम में घुसकर 42 लॉकरों को काटकर उनका सामान चुरा लिया। यह सब रात 12:30 से 4 बजे के बीच हुआ और इस दौरान किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।
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सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस घटना ने बैंक की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दावा किया जा रहा है कि बैंक में लाखों रुपये थे, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी थे। घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने सात प्रमुख बिंदुओं की ओर इशारा किया, जो इस चोरी के कारण बने।

- सुरक्षा गार्ड की कमी – बैंक में पर्याप्त सुरक्षा गार्ड की तैनाती नहीं थी, जिससे चोरों को बिना किसी रुकावट के काम करने का मौका मिला।
- सीसीटीवी कैमरों का काम न करना – बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे कथित तौर पर काम नहीं कर रहे थे, जिससे चोरों के चेहरे रिकॉर्ड नहीं हो सके।
- बैंक की दीवारों की सुरक्षा में चूक – चोरों ने बड़ी आसानी से दीवार में सेंध लगाई, यह संकेत देता है कि बैंक की संरचनात्मक सुरक्षा कमजोर थी।
- स्ट्रॉन्ग रूम की दीवार का कमजोर होना – चोरों ने इलेक्ट्रॉनिक कटर से स्ट्रॉन्ग रूम की दीवार काटी, जो यह दिखाता है कि दीवार की मजबूती पर ध्यान नहीं दिया गया था।
- नाइट शिफ्ट की लापरवाही – नाइट शिफ्ट के दौरान पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों का अभाव था, जिससे चोरों को मौका मिला।
- आसपास के इलाके में सुरक्षा का अभाव – बैंक के पास के इलाके में कोई निगरानी नहीं थी, जिससे चोरों को किसी प्रकार की रुकावट नहीं आई।
- बैंक की संरचनात्मक खामियां – बैंक की आंतरिक संरचना में भी कई खामियां थीं, जिनका फायदा चोरों ने उठाया।

