Lucknow News: बिजनौर थाना क्षेत्र के परवर पश्चिम गांव में गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। यहां तीन भाइयों को लाठी-डंडों से पीटा गया। जब उनकी मां बचाने आईं तो उसे भी मारपीट का शिकार होना पड़ा। हमलावरों ने धमकी दी कि वे फिर से हमला करेंगे। इस घटना के बाद करीब 500 ग्रामीण थाने पहुंचे और हंगामा कर दिया। दो भाइयों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
गांव में पुलिस FIR दर्ज करने में देरी
बताते चले कि, मारपीट के बाद पीड़ित थाने पहुंचे लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इसकी सूचना स्थानीय विधायक राजेश्वर सिंह को दी गई। विधायक के हस्तक्षेप के बाद पार्टी कार्यकर्ता भी थाने पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ मिलकर हंगामा किया। पुलिस लगभग चार घंटे तक समझाने की कोशिश करती रही, लेकिन हंगामा बंद न होने पर अंततः एफआईआर दर्ज की गई।
गुंडा टैक्स न देने पर हुआ हमला
आपको बता दे कि, परवर पश्चिम गांव में आरोप है कि हमलावरों ने गुंडा टैक्स न देने पर दुकान लगाने से मना कर दिया। जब तीनों भाइयों ने इसका विरोध किया, तो उन पर हमला किया गया। इसमें सर्वेश और उमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ित परवेश कश्यप ने बताया कि केके सिंह और उसके साथी अवैध खनन, वसूली और गुंडा टैक्स वसूलने के गिरोह चलाते हैं। इसी गिरोह ने पहले भी एक अन्य परिवार से मारपीट की थी।
कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी कृष्णानगर सहित आसपास के थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। एडीसीपी ने लोगों को आश्वासन दिया और विधायक के हस्तक्षेप के बाद हंगामा शांत हुआ। पुलिस ने घायल भाइयों को स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया।
जमीन विवाद भी सामने आया
इस घटना की जड़ गांव के तालाब को लेकर चल रहे विवाद में बताई जा रही है, जिसका पट्टा परवर के पिता के नाम है। आरोप है कि दबंगों ने इस जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। परवेश ने बताया कि तालाब की जमीन पर कभी उनके दबंगों का कब्जा नहीं था, लेकिन अब वे ग्राम प्रधान बन कर वहां अपनी जमीन निकाल रहे हैं।
ग्रामीणों ने लगाया ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान बृजेश रावत के बजाय कथित ग्राम प्रधान केके सिंह सभी काम देखते हैं। परवेश की मां उर्मिला ने बताया कि दो जातियों के लोगों ने उनके बेटे को मारा। शिकायत करने पर ग्राम प्रधान भी हमलावरों के साथ आ गए। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार में मदद करने का वादा कर जीतने के बाद भी कुछ नहीं दिया गया।
पुलिस ने किया 13 नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
थाना प्रभारी शिव शंकर महादेवन ने बताया कि 13 लोगों को नामजद करते हुए मामला दर्ज किया गया है। ये लोग लंबे समय से अवैध कब्जा, धमकी, मारपीट और गुंडागर्दी की घटनाओं में शामिल थे। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए दुकान पर जबरन कब्जे का प्रयास किया। मामले की जांच जारी है। ग्रामीणों में पुलिस कार्रवाई को लेकर नाराजगी है, लेकिन एफआईआर दर्ज होने से थोड़ा संतोष मिला है। वहीं, घटना ने इलाके में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। प्रशासन और पुलिस को जल्द से जल्द उचित कदम उठाने की मांग हो रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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