Madagascar Protest: पूर्वी अफ्रीका के द्वीपीय देश मेडागास्कर इन दिनों Gen Z के नेतृत्व में हो रहे जनआंदोलन से सुलग रहा है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि देश के राष्ट्रपति अंद्रि राजोएलिना (Andry Rajoelina) को गुपचुप तरीके से देश छोड़कर भागना पड़ा। विपक्षी नेता सिटेनी रंद्रियाना सोलोनियाको ने Reuters को दिए इंटरव्यू में यह सनसनीखेज खुलासा किया।
क्या है विरोध का कारण?
सब कुछ शुरू हुआ 25 सितंबर से, जब राजधानी एंटानानारिवो में बिजली और पीने के पानी की भारी किल्लत को लेकर प्रदर्शन शुरू हुआ। पहले से ही महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर जनता में असंतोष था। लेकिन इस बार नेतृत्व संभाला Gen Z
यानी वही युवा पीढ़ी जिसे अक्सर ‘मोबाइल में खोया हुआ’ समझा जाता है। इन युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से आक्रोश को पूरे देश में फैला दिया। आंदोलन धीरे-धीरे राष्ट्रपति अंद्रि, प्रधानमंत्री क्रिश्चियन एन्टसे, और उनके करीबी उद्योगपति मैमी रावतामांगा के खिलाफ बगावत में तब्दील हो गया।
सत्ता का जवाब और सेना की भूमिका
1 अक्टूबर को हालात को काबू में लाने के लिए राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री समेत पूरे कैबिनेट को बर्खास्त कर दिया। लेकिन यह कदम भी आग में घी डालने जैसा साबित हुआ।सरकार के खिलाफ उठी आवाज को सेना ने भी समर्थन दे दिया और जनता के पक्ष में खड़ी हो गई।फ्रांसीसी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति अंद्रि को फ्रांसीसी सैन्य विमान के जरिए देश से बाहर ले जाया गया। माना जा रहा है कि यह कदम फ्रांस और मेडागास्कर के बीच एक विशेष समझौते के तहत उठाया गया। राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों ने भी उनकी अनुपस्थिति की पुष्टि की है।
नेपाल में कुछ साल पहले इसी तरह Gen Z ने सोशल मीडिया के जरिए राजनीति को हिलाकर रख दिया था। अब मेडागास्कर में भी युवाओं का यही उबाल एक नई राजनीतिक क्रांति की ओर इशारा कर रहा है। सवाल उठता है क्या यह सिर्फ एक आंदोलन है या फिर अफ्रीका में लोकतंत्र के नए अध्याय की शुरुआत?मेडागास्कर में जो हो रहा है, वह सिर्फ एक देश की कहानी नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि आज की युवा पीढ़ी सिर्फ दर्शक नहीं, बदलाव की सबसे बड़ी ताकत है। मोबाइल स्क्रीन के पीछे छिपा ये Gen Z अब सड़कों पर है, और सत्ता के गलियारों को हिला रहा है।
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