Madhumati Death: हिंदी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री और डांसर मधुमती ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस की पुष्टि खुद अभिनेता विंदू दारा सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए की। उन्होंने बताया कि मधुमती ने आज सुबह अपने घर में अंतिम सांस ली। विंदू ने लिखा कि “आज सुबह उन्होंने पानी पिया और हमेशा के लिए सो गईं। हम सभी ने अपने एक करीबी को खो दिया। फिल्मों में उनके नृत्य हमेशा अमर रहेंगे।”
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विंदू दारा सिंह ने पोस्ट कर लिखा…
विंदू दारा सिंह ने पोस्ट में लिखा, “वह हमारी शिक्षिका, दोस्त और दार्शनिक मार्गदर्शक थीं, सिर्फ मेरे लिए ही नहीं, बल्कि अक्षय कुमार, तब्बू और कई अन्य जैसे हज़ारों छात्रों के लिए भी! वह हम में से ज़्यादातर लोगों के संपर्क में रहीं और अपने सभी छात्रों के प्यार और देखभाल से भरपूर एक स्वस्थ जीवन जिया!”
डांस के प्रति गहरा लगाव
मधुमती ने न सिर्फ अभिनय बल्कि अपने डांस के हुनर से भी दर्शकों का दिल जीता। उनके लिए डांस उतना ही जरूरी था जितना जीने के लिए खाना, पीना और सांस लेना। बचपन से ही उन्हें डांस का शौक था और उन्होंने भारतनाट्यम, कथक, मनिपुरी और कथकली सहित फिल्मी डांस में भी महारत हासिल की। मधुमती ने आगे चलकर दूसरों को भी डांस सिखाया और नृत्य कला को आगे बढ़ाया।
हेलेन से होती थी तुलना

मधुमती की तुलना अक्सर बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस हेलेन से की जाती थी। उन्होंने खुद कहा था कि दोनों एक-दूसरे के दोस्त थे। हालांकि लोग उनकी तुलना करते रहते थे, लेकिन यह उन्हें कभी परेशान नहीं करता था। मधुमती का मानना था कि हेलेन सीनियर थीं और दोनों की लुक्स में कुछ समानता थी।
पारसी परिवार में जन्म और शुरुआती जीवन
मधुमती का जन्म 30 मई 1944 को मुंबई के एक पारसी परिवार में हुआ। उनके पिता न्यायाधीश थे। बचपन से ही उनका झुकाव नृत्य की ओर था, जिसके कारण पढ़ाई-लिखाई में उनका मन कम लगता था।
शादी और परिवार
मधुमती ने अपने जीवनसाथी मनोहर दीपक से शादी की। मनोहर दीपक उम्र में उनसे काफी बड़े थे और चार बच्चों के पिता थे। उनकी पहली पत्नी का निधन हो चुका था। प्रारंभ में मधुमती की मां इस शादी के लिए राजी नहीं थीं, लेकिन मधुमती ने 19 साल की उम्र में अपने निर्णय पर अडिग रहते हुए मनोहर दीपक से शादी कर ली।
फिल्म और नृत्य में योगदान
मधुमती ने हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय और नृत्य दोनों के लिए पहचान बनाई। फिल्मों में उनके नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया और उनका योगदान भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी कला और अभिनय का जादू आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।
