Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ मेला 2025 (Mahakumbh Mela 2025)के दौरान एक शर्मनाक घटना घटी, जब सोरांव थाना प्रभारी ने श्रद्धालुओं के लिए बनाए जा रहे प्रसाद में राख डाल दी। यह घटना मौनी अमावस्या के दिन सोरांव के भावापुर टोल प्लाजा के पास हुई, जहां दूसरे प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं को रोका गया था। इस दौरान, स्थानीय लोग सड़क किनारे श्रद्धालुओं के लिए पूड़ी, सब्जी, और अन्य प्रसाद बना रहे थे।
इंस्पेक्टर की तैश में आकर की गई हरकत

इंस्पेक्टर बृजेश तिवारी ने इन स्थानीय लोगों से प्रसाद बनाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन जब उन्होंने इनकार किया तो तैश में आकर इंस्पेक्टर ने पूड़ी तलने के छन्ने से प्रसाद में राख डाल दी। इस हरकत के बाद, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि इंस्पेक्टर राख भगोने में डालते हैं, जहां प्रसाद तैयार हो रहा था।
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वीडियो का वायरल होना
वीडियो के वायरल होने के बाद इसे लेकर बड़ा हंगामा मच गया। सोशल मीडिया पर लोग इस हरकत की कड़ी निंदा करने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और सोरांव थाना प्रभारी बृजेश तिवारी को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही डीसीपी ने जांच के आदेश भी दिए हैं।
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महाकुंभ मेला और पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण

महाकुंभ मेला 2025 से पहले, सभी पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं के साथ विनम्रता से पेश आने के लिए तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कई बार पुलिसकर्मियों को विनम्र और संवेदनशील बने रहने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद कुछ पुलिसकर्मी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे प्रशासन की छवि को नुकसान पहुंचता है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और प्रशासनिक कदम
यह घटना न केवल पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई, बल्कि इससे समाज में पुलिस और आम जनता के बीच रिश्तों में भी तनाव आ सकता है। यह स्पष्ट है कि ऐसे कृत्य से पुलिस की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रशासन ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए कार्रवाई की है, लेकिन इस घटना से यह सवाल भी उठता है कि क्या पुलिस कर्मियों को हमेशा संवेदनशील और जिम्मेदार तरीके से पेश आना सिखाने की जरूरत नहीं है।

