Maharajganj News: महराजगंज जिले के कुंवर घनश्याम सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से सामने आया एक वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है, जिसमें एक कुत्ता खुलेआम अस्पताल परिसर में प्रसव के बाद निकले अवशेष (प्लेसेंटा) को नोचते हुए दिखाई दे रहा है। यह नजारा न सिर्फ अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि मानवता और संवेदनशीलता किस स्तर तक गिर चुकी है।
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स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल

आपको बता दे कि, यह घटना उस समय और भी शर्मनाक बन जाती है जब यह याद किया जाए कि सरकार हर साल स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये खर्च करती है। व्यवस्था सुधारने के नाम पर बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण की जिम्मेदारी ठेकेदारों को दी जाती है। बावजूद इसके, सीएचसी परिसर में प्लेसेंटा का खुले में फेंका जाना इस बात का प्रमाण है कि व्यवस्थाएं सिर्फ कागजों पर हैं, धरातल पर हालात बेहद खराब हैं।
सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
वीडियो वायरल होते ही महकमें में हड़कंप मच गया। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह गंभीर लापरवाही है, और दोषी कर्मचारियों व ठेका एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच टीम को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जनता में आक्रोश, संक्रमण फैलने का खतरा

यह वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि यदि मेडिकल वेस्ट ऐसे ही खुले में फेंका जाता रहा, तो यह गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है, जिससे मरीजों के साथ पूरे क्षेत्र की जनस्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। लोग यह भी पूछ रहे हैं कि क्या यह मामला भी फाइलों में दबा दिया जाएगा या कोई उदाहरणात्मक कार्रवाई होगी?
जिस प्लेसेंटा को मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षित नष्ट किया जाना चाहिए था, उसे खुले में छोड़ देना अस्पताल प्रबंधन की अमानवीयता को दर्शाता है। यह केवल लापरवाही नहीं बल्कि गंभीर स्वास्थ्य और नैतिक संकट है, जिसकी भरपाई विभागीय नोटिसों से नहीं, ठोस कार्रवाई से होनी चाहिए।
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