Maharashtra Congress: महाराष्ट्र में नगर परिषद चुनावों की तैयारियां पूरी रफ्तार पर हैं। इसी बीच कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह 288 नगर परिषद अध्यक्ष पदों में से 158 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी पदाधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने के साथ-साथ कई सीटों पर गठबंधन पार्टियों के साथ भी मैदान में उतरेगी। इन चुनावों के लिए मतदान 2 दिसंबर को होगा।कांग्रेस ने बताया कि वह 41 नगर परिषद अध्यक्ष पदों पर स्थानीय संगठनों के साथ गठबंधन कर चुनाव में हिस्सा ले रही है। इसके अलावा कई क्षेत्रों में कांग्रेस ने शिवसेना (UBT) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के साथ चुनावी तालमेल किया है। ये दोनों दल कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन का हिस्सा हैं।
Maharashtra Congress: वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ भी हुआ समझौता
कांग्रेस ने चुनाव जीतने की संभावनाओं को मजबूत करने के लिए वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) के साथ भी समझौता किया है। यह गठबंधन कई जिलों में जमीनी स्तर पर प्रभावी माना जाता है, जहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दल संयुक्त रूप से उम्मीदवार उतार रहे हैं। इससे कई सीटों पर विरोधियों के खिलाफ मुकाबला त्रिकोणीय होने की बजाय सीधा बन सकता है।चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए 2 दिसंबर को मतदान होगा। इसके अगले दिन यानी 3 दिसंबर को मतगणना (काउंटिंग) की जाएगी। इन निकाय चुनावों को स्थानीय स्तर पर राजनीतिक दलों का जनाधार मापने का महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है।
Maharashtra Congress:1.07 करोड़ मतदाता करेंगे लोकतांत्रिक भागीदारी
चुनाव प्रक्रिया में 1.07 करोड़ से अधिक मतदाता हिस्सा लेंगे, जो कुल 6,859 सदस्यों और 288 नगर परिषद अध्यक्षों के चयन का निर्णय करेंगे। मतदान के लिए राज्यभर में 13,355 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। प्रशासन ने सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर विशेष तैयारियां की हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न हो सके।इन चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस को लातूर जिले में बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। जिले के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर भाजपा और एनसीपी (अजित पवार गुट) में शामिल हो गए हैं। लातूर ग्रामीण के पूर्व विधायक त्रयम्बक भिसे, शहर के पूर्व महापौर लक्ष्मण कांबले, पूर्व पार्षद गिरीश पाटिल और जिला बैंक के पूर्व निदेशक नाथसिंह देशमुख भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं।
एनसीपी (अजित पवार) में भी शामिल हुए कांग्रेस के नेता
कांग्रेस के पूर्व महापौर विक्रांत गोजमगुंडे ने भी पार्टी का साथ छोड़कर उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में प्रवेश कर लिया है। इससे लातूर और आसपास के क्षेत्रों में कांग्रेस संगठन को नुकसान माना जा रहा है, क्योंकि ये नेता स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ रखते थे।कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अमित देशमुख, जो पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख के पुत्र हैं, ने लातूर के अहमदपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मौजूदा परिस्थितियों पर इशारों में टिप्पणी की। उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘सैय्यारा’ के गीत का हवाला देते हुए कहा-“सैय्यारा तू तो बदला नहीं है, मौसम ज़रा सा रूठा हुआ है…”
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