Maharashtra: नांदेड़ का सरकारी अस्पताल में मौत का कहर, 36 घंटो में 31 लोगो की मौत

Sharad Chaurasia
Highlights
  • अस्पताल में मौत का कहर

Maharashtra: मुम्बई की राजधानी महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले (Nanded district of Maharashtra) के सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटो में 24 मरीजों की मौत हो गई। डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 36 घंटो के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। इन 31 मरीजों में से 16 बच्चे शामिल हैं।
इस घटना के बाद से पूरे राज्य में हाहाकार मचा गया है। वहीं अब कांग्रेस पार्टी (Congress party) ने दावा किया है कि 7 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 31 हो गई है। मृतकों में 4 बच्चे शामिल हैं। इसके साथ कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

परिजनों ने दवा और स्टाफ की कमी को लेकर काटा हंगामा

महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पिछले 36 घंटो में 31 लोगो की मौत से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। इन सभी मृतको के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगया है। अस्पताल में मरीजों के परिजन हंगामा कर रहे हैं। उनका आरोप है कि दवा और स्टाफ की कमी से मरीजों की मौत हो रही है। 2 अक्टूबर को यह मामला मीडिया में आया। इस बारे में जब अस्पताल प्रशासन से सवाल पूछा गया तो दिनभर (2 अक्टूबर) को इन मौतों को सामान्य घटना बताता रहा।

अस्पताल के डीन डॉ. श्यामराव वकोडे ने अस्पताल पर लगे चिकित्सकीय लापरवाही के आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल उपचार में न तो किसी तरह की दवाईयों की कमी हुई है और न ही यहां डॉक्टरों की कमी है। उन्होंने यह बताया कि सभी मरीजों का उपचार स्टीक तरीके से किया जा रहा था, लेकिन दवा मरीजों पर असर नही कर रही थी। सोमवार को मीडिया से बात करते हुए डीन ने बताया कि सितंबर 30 से लेकर एक अक्तूबर के बीच पैदा हुए 12 बच्चों की मौत हुई है। नवजात बच्चों के मौत का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी बच्चे 0-3 तीन दिन के थे और उनका वजन भी बहुत कम था।

Read more: गूगल मैप की मदद ड्राइव पर पड़ी भारी, नदी में गिरी कार…

मौत के कई रहे कारण

प्रशासन ने कहा कि 4 मरीजों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। 1 मरीज का लिवर फेल हुआ था। 1 मरीज की मौत जहर खाने, 2 की संक्रमण और 1 महिला की मौत डिलीवरी के वक्त ज्यादा ब्लड बहने से हुई। इसके अलावा अन्य मौतों की जांच चल रही है। इससे पहले अस्पताल प्रशासन ने बताया था कि 30 सितंबर की रात 12 बजे से 1 अक्टूबर रात 12 बजे के बीच 24 लोगों की जान गई है। जान गंवाने वालों में 12 बच्चे, 7 महिलाएं और 5 पुरुष हैं।

500 बेडों पर 1200 मरीजों को किया जा रहा इलाज

महाराष्ट्र के नादेड़ जिले में डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 लोगों की मौत का मामला पूरे प्रदेश में हड़कंपा मचाकर रख दिया है। इस अस्पताल में मरीजो के इलाज के लिए 500 बेड की व्यवस्था है, लेकिन 1200 से अधिक मरीज भर्ती हैं। एक बेड पर 2 से अधिक मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इनमें 70 मरीजों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही। अस्पताल में डाक्टरों की भारी कमी है। रिक्त हुए स्थानों पर नए डॉक्टर नहीं रखे जा रहे हैं। ऑक्सीजन से लेकर वेंटीलेटर तक सभी की सुविधाएं वहां दी गई है। ये मरीज पड़ोसी जिले हिंगोली, परभणी और वाशिम से आए हैं, वहीं कुछ तेलंगाना के भी मरीज यहां उपस्थित है।

read more:

कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने स्थिति बताई चिंताजनक

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 लोगों की मौत की सूचना मिली है। इसलिए मैं यहां आया हूं। मैंने डीन से मुलाकात की है। अस्पताल में स्थिति चिंताजनक और गंभीर है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। सरकार को तुरंत मदद प्रदान करनी चाहिए। सरकार तुरंत मदद भेजे, क्यों कि लगभग 70 अन्य लोगों की हालत भी गंभीर है। कई नर्सों का तबादला किया है। उनको दुबारा यहां भेजा नहीं गया है। अस्पताल में सभी जरूरी सहायता और संसाधन देने चाहिए, क्योंकि स्थिति चिंताजनक है।

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version