Maharashtra: नवी मुंबई के पनवेल इलाके से एक ऐसी मार्मिक घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। पनवेल के तक्का परिसर में स्थित स्वप्नालय आश्रम के बाहर फुटपाथ पर एक बास्केट में एक नवजात बच्ची को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया। बच्ची के साथ दूध की बोतल, सेरेलैक और कुछ कपड़े भी रखे गए थे। रात के सन्नाटे में कोई इस मासूम को चुपचाप वहां छोड़ गया।
स्थानीय निवासियों ने जब बच्ची के रोने की आवाज़ सुनी तो दौड़कर आए और यह दृश्य देख हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत पनवेल शहर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अभी स्थिर है और उसे अलीबाग मेडिकल सेंटर भेजा जाएगा।
चिट्टी ने की सबकी आंखें नम
बास्केट में बच्ची के साथ एक चिट्ठी भी रखी गई थी। इस चिट्ठी को पढ़कर हर किसी की आंखें भर आईं। इसमें मां बाप ने अंग्रेजी में लिखा था।
“हमें बहुत दुख है कि हमें यह करना पड़ रहा है। हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है। हम इस बच्ची का मानसिक और आर्थिक रूप से पालन-पोषण नहीं कर सकते। कृपया इस मामले को आगे न बढ़ाएं और इसे किसी के साथ न जोड़ें। हम नहीं चाहते कि वह उन तकलीफों से गुजरे जो हमने झेली हैं। कृपया उसकी जिंदगी बचाएं। हमें उम्मीद है कि एक दिन हम उसे वापस ले पाएंगे। हम उसके पास ही हैं। हमें माफ करें।”
इस संदेश में झलकती दर्द और मजबूरी ने सभी का दिल छू लिया। यह कोई क्रूरता नहीं, बल्कि विवशता की एक गहरी परछाई थी, जो माता पिता को इस कदम तक ले आई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
स्थानीय निवासी इस घटना से काफी दुखी हैं। एक व्यक्ति ने कहा, “सोचकर ही दिल दहल जाता है कि कोई मां-बाप इतने विवश हो जाएं कि उन्हें अपनी दो दिन की बच्ची को यूं छोड़ना पड़े। हमें समाज के तौर पर ऐसी स्थितियों को रोकने के लिए कुछ करना होगा।”
पुलिस बच्ची के माता पिता की तलाश में जुट गई है, साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं यह मामला मानव तस्करी या किसी और अवैध गतिविधि से तो जुड़ा नहीं है।
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