Swami Chaitanyananda Arrest: स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, दिल्ली पुलिस ने आगरा से किया गिरफ्तार

Nivedita Kasaudhan
Swami Chaitanyananda
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Swami Chaitanyananda Arrest: दिल्ली स्थित एक निजी प्रबंधन संस्थान में छात्राओं के यौन उत्पीड़न और संस्थागत भ्रष्टाचार से जुड़ा बड़ा मामला सामने आया है। मुख्य आरोपी, स्वयंभू धार्मिक गुरु स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती, को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गिरफ्तारी के समय फरार चल रहा था और पुलिस को उसकी तलाश कई हफ्तों से थी। अब गिरफ्तारी के बाद आरोपी को दिल्ली लाया जा रहा है, जहां उससे विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

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कैसे सामने आया पूरा मामला?

यह मामला उस समय सामने आया जब मार्च 2025 में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की एक छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने संस्थान के भीतर यौन उत्पीड़न, मनमानी फीस वसूली और अन्य अनैतिक गतिविधियों की जानकारी दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जब जांच शुरू की, तो एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। धीरे-धीरे सामने आया कि स्वामी चैतन्यानंद, जो खुद को धार्मिक गुरु बताता है, संस्थान का असली नियंत्रक था और उसने पूरे संस्थान में अपने वफादारों का एक जाल फैला रखा था।

छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप

शिकायत करने वाली छात्रा के अनुसार, 60,000 रुपये का दान देने के बावजूद उससे बार-बार अतिरिक्त पैसे मांगे गए। यही नहीं, आरोप है कि स्वामी चैतन्यानंद ने कई अयोग्य लोगों को उच्च पदों पर नियुक्त किया, जो सिर्फ उसके करीबी थे। छात्राओं ने यह भी बताया कि उन्हें देर रात क्वार्टर में बुलाया जाता, उन्हें अश्लील संदेश भेजे जाते और धमकाया जाता कि अगर उन्होंने विरोध किया तो उनका करियर खराब कर दिया जाएगा।

कुछ छात्राओं ने संस्थान छोड़ने तक का फैसला कर लिया, क्योंकि माहौल असुरक्षित हो गया था। इस नेटवर्क में एक एसोसिएट डीन और उसके परिवार के लोगों के शामिल होने की बात भी सामने आई है।

पुलिस जांच में जुटी

जैसे ही पुलिस को छात्रा की शिकायत मिली, जांच को गंभीरता से लिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, चैतन्यानंद संस्थान का असली कर्ता-धर्ता था और सभी महत्वपूर्ण निर्णय वही लिया करता था। यही नहीं, आरोपी के खिलाफ फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट का इस्तेमाल करने और पदों पर मनमानी नियुक्तियों का भी आरोप है।

शिकायत दर्ज कराने की शुरुआत एक भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन द्वारा ईमेल भेजने से हुई थी, जिसने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्शन की मांग की थी। इसके बाद संस्थान ने भी 1 अगस्त को एक आधिकारिक प्रेस बयान जारी कर आरोपों की पुष्टि की थी। अब जब आरोपी चैतन्यानंद पुलिस की गिरफ्त में है, तो उससे इस पूरे नेटवर्क, यौन शोषण की घटनाओं और फर्जीवाड़ों पर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

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