जालंधर में देहात पुलिस की बड़ी कार्रवाई, खालिस्तान समर्थक Amritpal Singh के भाई हरप्रीत सिंह ड्रग्स के साथ गिरफ्तार

Akanksha Dikshit
अमृतपाल सिंह का बड़ा भाई ड्रग्स के साथ गिरफ्तार

Amritpal Singh Brother Arrested: पंजाब के जालंधर में देहात पुलिस ने श्री खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh ) के भाई हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हरप्रीत सिंह के पास से आइस (क्रिस्टल मेथामफेटामाइन) भी बरामद की है। मिली जानकारी के अनुसार, हरप्रीत सिंह से करीब 5 ग्राम आइस बरामद हुई है। जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी अंकुर गुप्ता ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही इस मामले पर अधिक जानकारी साझा की जाएगी।

Read more: Smriti Irani के समर्थन में बोले Rahul Gandhi कहा- “स्मृति ईरानी के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग न करें”

पुलिस की जांच जारी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरप्रीत सिंह के पास से पुलिस ने चार ग्राम क्रिस्टल मेथामफेटामाइन (ICE) बरामद की है। एसएसपी अंकुर गुप्ता ने कहा कि हरप्रीत सिंह और उनके साथियों ने लुधियाना के संदीप अरोड़ा से आइस ड्रग ली थी। तीनों आरोपी क्रेटा कार में सवार थे और नशा कर रहे थे। पुलिस की जांच में यह पाया गया कि हरप्रीत सिंह और उनके साथी लवप्रीत का डोप टेस्ट पॉजिटिव आया है।

Read more: Lucknow News: गोमतीनगर विस्तार में छात्र ने किया सुसाइड, पढ़ाई के प्रेशर से तंग आकर उठाया कदम

अमृतपाल सिंह: नशा विरोधी मुहिम से खालिस्तान समर्थन तक

अमृतपाल सिंह, जो वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है, को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उनके नौ सहयोगी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। “वारिस पंजाब” के चीफ अमृतपाल सिंह पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलाकर सुर्खियों में आए थे। उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र भी चलाया था, जहां नशे के शिकार युवाओं का इलाज होता था। लेकिन अब उनके भाई हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी ने अमृतपाल सिंह की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Read more: Maharashtra MLC Election: वोटिंग शुरू, इंडी गठबंधन का जोश हाई, भाजपा विधायक के मतदान करने पर कांग्रेस ने जताया एतराज

जेल में रहते हुए सांसद बने अमृतपाल सिंह

श्री खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अमृतपाल सिंह ने जेल में रहते हुए बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के कुलदीप सिंह जीरा को 1,97,120 वोटों से हराया था। अमृतपाल सिंह को 4,04,430 वोट मिले थे, जबकि जीरा को 2,07,310 वोट मिले। 5 जुलाई को अमृतपाल सिंह ने सांसद के तौर पर शपथ ली। उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल से दिल्ली संसद लाया गया था, जहां लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (OM Birla) ने उन्हें सांसद पद की शपथ दिलाई थी।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनके नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहे युवा भी अपने घरों को लौट गए थे। नशा विरोधी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल सिंह का भाई हरप्रीत सिंह नशे के साथ गिरफ्तार हुआ है, जो एक बड़ी विडंबना है।

Read more: IAS Pooja Khedkar पर जांच के लिए केंद्र ने बनाई समिति, OBC और दिव्यांगता कोटा दुरुपयोग का लगा आरोप

हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी ने पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के परिवार के सदस्य की ड्रग्स के साथ गिरफ्तारी ने विपक्षी दलों को भाजपा और उसके सहयोगियों पर हमला करने का मौका दे दिया है। यह गिरफ्तारी न केवल अमृतपाल सिंह की छवि को धूमिल कर रही है, बल्कि उनके परिवार की भी साख पर सवाल खड़े कर रही है।

Read more: Hathras stampede: हाथरस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जांच समिति की मांग ठुकराई, याचिकाकर्ताओं को दी ये सलाह

अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों की राह मुश्किल

अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों के लिए आने वाले दिनों में राजनीति की राह मुश्किल हो सकती है। हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी और ड्रग्स की बरामदगी ने अमृतपाल सिंह की छवि को गहरा धक्का पहुंचाया है। अब यह देखना होगा कि अमृतपाल सिंह और उनके समर्थक इस स्थिति से कैसे निपटते हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी ने पंजाब की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। आने वाले दिनों में इस मामले पर और भी खुलासे हो सकते हैं, जो राजनीतिक परिदृश्य को और पेचीदा बना सकते हैं।

Read more: CM Yogi ने शिक्षकों की Digital Attendance में आ रही दिक्कतों को दूर करने के दिए निर्देश, मुख्य सचिव को किया तलब

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version