Mallikarjun Kharge Dinner Party: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को दिल्ली के ताज होटल में विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक के सांसदों के लिए डिनर पार्टी का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में शरद पवार, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के मुखिया सांसद अखिलेश यादव, RJD की सांसद मीसा भारती सहित गठबंधन के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
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SIR और वोट चोरी के आरोप को लेकर सभी नेता एकजुट

बताते चले कि, डिनर के दौरान विपक्षी नेताओं ने बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित वोट चोरी के मसले पर एकजुटता दिखाई. सभी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर मिलकर विरोध जताया और मतदाता सूची में फर्जीवाड़े की गंभीरता पर जोर दिया.
गठबंधन से दूरी के बावजूद SIR पर समर्थन जारी
इस डिनर पार्टी की खास बात यह रही कि INDIA ब्लॉक से खुद को अलग कर चुकी आम आदमी पार्टी (AAP) के कई नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. राज्यसभा सांसद संजय सिंह और संदीप पाठक ने भी डिनर में हिस्सा लिया. संजय सिंह ने बताया कि SIR के मुद्दे पर AAP विपक्षी दलों के साथ खड़ा है, भले ही वे गठबंधन का हिस्सा न हों.
AAP नेताओं ने फर्जी वोटिंग पर अपनी चिंता व्यक्त की
AAP के संदीप पाठक ने कहा कि भले ही उनकी पार्टी INDIA गठबंधन से अलग है, लेकिन फर्जी वोटिंग के मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनावों में भी मतदाता सूची में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया गया था, जो आज बिहार में भी सामने आ रहा है.
कांग्रेस सांसद ने EC के विरोध में जताई नाराजगी
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि देश के सांसद पैदल चुनाव आयोग के कार्यालय जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोक दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने गलत कदम उठाया है और सांसदों को सुरक्षा देने की जगह रोक रही है, जो लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।
दिल्ली में हुई विपक्षी खेमे की पहली बड़ी बैठक

यह डिनर पार्टी जून 2024 में खरगे के आवास पर हुई बैठक के बाद विपक्षी दलों की पहली बड़ी बैठक थी। इसमें समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव, जया बच्चन, प्रिया सरोज, DMK की के. कनिमोझी, टीआर बालू, शिवसेना (UBT) के संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई अन्य विपक्षी सांसद भी शामिल हुए।
विपक्षी नेताओं ने दिखाया एकजुटता का परिचय

इस कार्यक्रम ने विपक्षी दलों की एकता को मजबूत किया और आगामी राजनीतिक लड़ाइयों के लिए तैयारियों को गति दी। नेताओं ने यह भी संकेत दिया कि आगामी चुनावों और मतदाता सूची से जुड़ी गड़बड़ियों को लेकर वे मिलकर आवाज उठाएंगे।
