Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राज्य में हालिया गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। चुनाव आयोग 7 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करेगा, जिसके बाद विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है। इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। ममता ने कहा कि इतनी कम समय में “SIR” (स्मार्ट वोटर रजिस्ट्रीशन) प्रक्रिया को पूरा करने की इतनी जल्दी क्यों है? उनका मानना है कि यह कदम राज्य में “सुपर इमरजेंसी” जैसी स्थिति पैदा करने का प्रयास हो सकता है।
SIR पर Mamata Banerjee का तीव्र विरोध
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल में आयोजित प्रशासनिक बैठक के दौरान यह सवाल उठाया कि चुनावी प्रक्रिया को इस हड़बड़ी में क्यों पूरा किया जा रहा है। उन्होंने इसे लेकर आरोप लगाया कि यह वोटरों को दबाने का एक तरीका हो सकता है। ममता ने जोर देकर कहा, “यह SIR का नाम लेकर हम पर दबाव डाला जा रहा है। इसे मतदाता दमन कहा जा सकता है। क्या आप यह साबित नहीं कर सकते कि आप खुद समझते हैं कि इस कदम से चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी?”
नोटबंदी और SIR पर Mamata Banerjee का आलोचनात्मक रुख
ममता ने नोटबंदी के समय की स्थिति को याद करते हुए कहा कि उस समय भी सरकार ने बिना पर्याप्त योजना के फैसले लिए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि SIR के माध्यम से एक और संकट की स्थिति उत्पन्न की जा रही है, जो लोगों के लिए और भी ज्यादा परेशानियाँ खड़ी करेगा। ममता ने पूछा, “आप लोगों को अपमानित क्यों कर रहे हैं? क्यों इतनी जल्दी है, क्या दो साल का समय नहीं मिल सकता था?” उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया के जरिए राज्य के लोग वंचित किए जा रहे हैं और यह उन्हें तंग करने का एक तरीका है।
घुसपैठ और सुरक्षा पर ममता का हमला
ममता ने घुसपैठ के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घेरा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राज्य की सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करे। ममता ने यह सवाल उठाया कि अगर बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) की भूमिका घुसपैठ की रोकथाम में है, तो अमित शाह ने इस मुद्दे पर जवाब क्यों नहीं दिया? उन्होंने फिर से केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की। ममता ने यह भी दावा किया कि चुनावों से पहले बीजेपी को पश्चिम बंगाल से उखाड़ फेंकना उनकी प्राथमिकता है।
ममता ने बीजेपी पर एक और आरोप लगाया और कहा कि पार्टी विभिन्न मुद्दों पर विवाद पैदा कर रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने कभी शिक्षा व्यवस्था पर बहस की है, कभी संविधान और अंबेडकर के नाम पर। अब वे वंदे मातरम और जनाज़ा जैसे मुद्दों पर विवाद खड़ा कर रहे हैं। क्या यह शर्म की बात नहीं है?” ममता ने यह स्पष्ट किया कि उनके लिए “वंदे मातरम” और “जनाज़ा” दोनों ही समान सम्मान के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीयता और सम्मान की बात है, जिसे बीजेपी राजनीतिक एजेंडे के तहत गुमराह कर रही है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हो रहे घटनाक्रमों पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है और आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार राज्य की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के प्रयास में है। SIR, घुसपैठ, और विवादों को लेकर उन्होंने केंद्र और बीजेपी पर जोरदार हमला किया और पार्टी के खिलाफ विधानसभा चुनाव में कड़ी लड़ाई की तैयारी की बात की।
