SIR Controversy: बिहार चुनाव के बाद पूरे देश में लागू हुई एसआईआर प्रक्रिया को लेकर सबसे ज्यादा बवाल उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मचा हुआ है।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुरुआत से ही एसआईआर का जमकर विरोध कर रही हैं तो वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कई मौकों पर एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर हमला बोल चुके हैं।
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बंगाल में SIR पर ममता का दोहरा रवैया
एसआईआर के खिलाफ राजनीतिक मैदान में जोरदार विरोध के बावजूद ममता बनर्जी का पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता की एन्यूमरेशन (Enumeration) फॉर्म भरने में मदद करने के निर्देश से सियासी हलचल तेज हो गई हैं।सीएम ममता बनर्जी की ‘कभी हां कभी ना’ वाली स्थिति ने उनके समर्थकों में भ्रम पैदा कर दिया है।ऐसे में प्रक्रिया को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दोहरा रुख एक बार फिर चर्चा में है।
TMC कार्यकर्ताओं को फॉर्म भरने में मदद का आदेश
दरअसल,ममता बनर्जी के रवैये से लगता है कि,उन्हें समझ आ गया है एसआईआर (SIR) को लेकर उनका विरोध काम नहीं आएगा।ममता बनर्जी ने मंगलवार को बनगांव में एक जनसभा के दैरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता को निर्देश दिया कि,वे एसआईआर फॉर्म भरने में लोगों की मदद करें।वहीं, एसआईआर के विरोध में तृणमूल के साथ-साथ कांग्रेस,डीएमके और सीपीएम द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर मामले में सुनवाई भी होनी है।इस बीच बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर ‘तृणमूल की निजी सेना’ बनने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है।
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सुरक्षा के लिए EC ने पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र
बंगाल में एसआईआर के विरोध को लेकर भारतीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के संबंध में कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र में लिखा है।इलेक्शन कमिशन के ध्यान में आया है कि,24 नवंबर 2025 को पश्चिम बंगाल के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में एक गंभीर सिक्योरिटी ब्रीच हुआ है,जिसकी मीडिया में भी खूब रिपोर्टिंग हुई है।
ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों,कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल?
निर्वाचन आयोग ने कहा,CEO के ऑफिस में मौजूदा सिक्योरिटी स्थिति को संभालने के लिए काफी नहीं लग रही थी,जिससे चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, एडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर,जॉइंट चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, डिप्टी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में काम करने वाले दूसरे ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी को खतरा हो सकता था।कमीशन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि,वे CEO के ऑफिस में तैनात ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी,उनके घरों पर और आने-जाने के दौरान पक्का करने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएं।

