Mamta Kulkarni: ‘दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं हैं’ ममता कुलकर्णी के बयान पर मचा बवाल

Aanchal Singh
Mamta Kulkarni
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Mamta Kulkarni: 90 के दशक की मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी, जो ‘करण अर्जुन’, ‘बाजी’, ‘कृष्णा’ और ‘क्रांतिवीर’ जैसी फिल्मों से इट गर्ल के रूप में जानी जाती थी अब आध्यात्मिक जीवन अपना चुकी हैं। 2016 में केन्या ड्रग केस और पति विक्रम गोस्वामी से जुड़े विवादों के बाद, ममता ने भारत लौटकर संन्यास ले लिया और ‘माई ममता नंद गिरी’ नाम से तपस्या शुरू की।

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विवादास्पद बयान से मचा हड़कंप

बताते चले कि, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान ममता कुलकर्णी ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं हैं और उन्होंने मुंबई में कभी बम ब्लास्ट नहीं किया। ममता ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने दाऊद से कभी मुलाकात नहीं की। उनके इस बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी।

1993 मुंबई ब्लास्ट के साक्ष्यों को चुनौती

1993 के मुंबई ब्लास्ट में 257 लोगों की मौत हुई थी, और सीबीआई तथा एनआईए की रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद इब्राहिम इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था। ममता कुलकर्णी का बयान सीधे तौर पर इन सबूतों और न्यायिक प्रक्रिया को चुनौती देता प्रतीत होता है। इससे देशभर में आलोचना और नाराजगी फैल गई, कई लोग इसे न्यायिक प्रक्रिया का अपमान कह रहे हैं, जबकि कुछ इसे पब्लिसिटी स्टंट मान रहे हैं।

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आध्यात्मिक जीवन की ओर रुख

ममता ने कहा कि उनका अब फिल्म इंडस्ट्री या राजनीति से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने 12 साल तक तपस्या की और कुंभ मेले के दौरान संन्यास ले लिया। उनका कहना है कि वह अब पूरी तरह अध्यात्म के मार्ग पर हैं। लेकिन, उनके हालिया बयान ने उनके आध्यात्मिक व्यक्तित्व और सार्वजनिक छवि दोनों पर नया विवाद खड़ा कर दिया है।

सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया

ममता के बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंट गई हैं। कुछ ने इसे व्यक्तिगत राय मानते हुए नजरअंदाज किया, तो कुछ इसे गंभीर मुद्दे पर विवादास्पद और असंवैधानिक बयान करार दे रहे हैं। राजनीतिक और सामाजिक समुदायों में भी इस बयान पर चर्चा चल रही है।

ममता की पब्लिक इमेज और विवाद

1990 के दशक की ग्लैमरस इट गर्ल से साध्वी बनने तक का उनका सफर अनोखा रहा। हालांकि, उनका यह नया बयान उनके व्यक्तित्व और सार्वजनिक छवि पर असर डाल सकता है। 1993 मुंबई ब्लास्ट के मामले में दाऊद इब्राहिम अभी भी भारत के मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल हैं, जिससे ममता के बयान की गंभीरता और बढ़ गई है।

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