Manoj Jarange का सरकार को अल्टीमेटम..’अनशन पर इस बार नहीं लेंगे पानी और दवा’

Aanchal Singh

Manoj Jarange: मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आरक्षण देने की मांग करने वाले मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने एक बार फिर से अपना आमरण अनशन शुरु कर दिया है. मराठा आरक्षण और उस समय के काम को लेकर इस बार मनोज जरांगे चौथी बार भूख हड़ताल पर है. इस बार मनोज जारंगे ने कुछ ऐसा खुलासा किया है, जिसे सुनकर महाराष्ट्र की जनता भी दंग है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का संदेह है कि ‘मुझे जान से मारने की कोशिश की गई है और मेरे शरीर पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की गई है’.

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मनोज जारंगे का दावा

ये दावा किसी और ने नहीं बल्कि मराठा नेता मनोज जारंगे ने खुद ही किया है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यह घटना सालेर किले में हुई जब वह नासिक जिले के दौरे पर थे. उस समय हमारी जान को खतरा हो सकता है, लेकिन फिर भी हम इससे डरने वाले नहीं है. साथ ही जारंगे ने यह भी कहा कि छगन भुजबल होते तो इस घटना के बारे में बताते पर हम ऐसा नही करते.

आज फिर से भूख हड़ताल

मिली जानकारी के मुताबिक मराठा आरक्षण को लेकर पारित आदेश को लागू करने की मांग को लेकर मनोज जारंगे आज फिर से भूख हड़ताल करेंगे. अब इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि अब अनशन सख्त होगा, और मनोज जारंगे ने यह रुख अपनाया है कि न तो वो अनशन के दौरान पानी लेंगे, न ही इलाद कराएंगे. सरकार ने अभी तक मराठा आरक्षण के मुद्दे पर विधान सभा का विशेष सत्र नहीं बुलाया है. हमने पहले ही कहा है कि सरकार अध्यादेश पास करे कि मराठा और कुनबी एक ही हैं.

‘‘मंडल आयोग को चुनौती देंगे’’

आपको बता दे कि आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने गुरूवार को था कि अगर महाराष्ट्र के मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल ने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की राह में बाधाएं पैदा कीं तो वह ‘‘मंडल आयोग को चुनौती देंगे.’’ जरांगे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जैसे आपके बेटे-बेटियां हैं, वैसे ही हमारे भी बेटे-बेटियां हैं. हम मंडल आयोग को चुनौती नहीं देना चाहते. आप जियो और हमें जीने दो. लेकिन अगर आपने हमारे आरक्षण की राह में बाधाएं पैदा कीं, तो हमारा धैर्य जवाब दे जाएगा और हमें मंडल आयोग को चुनौती देनी पड़ेगी.’’ गौरतलब है कि शिक्षा और सरकारी नौकरियों में ओबीसी समुदायों के लिए आरक्षण करीब तीन दशक पहले मंडल आयोग की रिपोर्ट के आधार पर पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया था.

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