Assam Rifles Convoy: मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए जानलेवा हमले की जांच में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी खोंद्राम अजीत सिंह उर्फ केइलाल (47 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ दो और संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है।
PLA का सक्रिय सदस्य है आरोपी
पुलिस पूछताछ में अजीत सिंह ने कबूल किया है कि वह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का सक्रिय सदस्य है। जानकारी के मुताबिक, 2007 में उसे पहले भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से संगठन में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी थी।
19 सितंबर को हुआ था हमला
यह भीषण हमला 19 सितंबर की शाम लगभग 5:30 बजे मणिपुर के लोकटक क्षेत्र के पास हुआ था, जब 33 असम राइफल्स का काफिला गश्त पर था। हमले में दो जवान शहीद हो गए थे। पुलिस के अनुसार, अजीत सिंह ने स्वीकार किया है कि वह इस हमले में सीधे तौर पर शामिल था। घटना के बाद वह अन्य हमलावरों के साथ लोकतक झील के पास फरार हो गया और वहां छिपकर हथियारों का भंडार जमा किया।
बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने एक बड़े अभियान के तहत भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं। बरामद सामान में शामिल हैं: एक A4 राइफल (चार मैगज़ीन सहित),एक HK राइफल (दो मैगज़ीन सहित), दो AK राइफल (पांच मैगज़ीन सहित), एक INSAS राइफल (तीन मैगज़ीन सहित),तीन लथोड शेल,170 राउंड AK राइफल की गोलियां,216 राउंड M-16 राइफल की गोलियां,67 राउंड INSAS राइफल की गोलियां,एक मोबाइल फोन,महत्वपूर्ण दस्तावेज और नक्शे।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि हमले में शामिल बाकी आरोपियों की पहचान की जा चुकी है और उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सुरक्षा एजेंसियों ने PLA और अन्य उग्रवादी संगठनों के खिलाफ तलाशी अभियान तेज कर दिया है। मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए सुरक्षा बल लगातार सक्रिय हैं। PLA जैसे संगठनों की गतिविधियां राज्य की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। इस गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी से सुरक्षा एजेंसियों को राहत जरूर मिली है, लेकिन यह संकेत भी है कि उग्रवादी अभी भी सक्रिय हैं और बड़े हमलों को अंजाम देने की क्षमता रखते हैं।
