Delhi News: दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों में होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को एक तगड़ा झटका लगा है। वज़ीरपुर विधानसभा क्षेत्र से ‘आप’ के पूर्व विधायक रहे राजेश गुप्ता ने पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। यह घटनाक्रम 30 नवंबर को होने वाले मतदान से एक दिन पहले हुआ है, जिसे राजनीतिक गलियारों में ‘आप’ के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
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भावुक होकर केजरीवाल पर लगाए आरोप
बताते चले कि, राजेश गुप्ता ने दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में विधिवत रूप से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी जॉइन करते समय गुप्ता काफी भावुक नज़र आए और उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस दलबदल ने न सिर्फ पार्टी के भीतर की खटास को उजागर किया है, बल्कि आगामी चुनावों पर भी इसका असर पड़ने की संभावना है।
शीर्ष नेतृत्व की अनदेखी से नाराज़ पूर्व विधायक का इस्तीफा
आपको बता दे कि, पूर्व ‘आप’ विधायक राजेश गुप्ता ने अपनी नाराज़गी का कारण पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का व्यवहार बताया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल उनका फोन तक नहीं उठाते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज पर भी बातचीत न करने और उन्हें नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया। पार्टी के बड़े नेताओं के इसी उदासीन व्यवहार से खफा होकर और आहत होकर, राजेश गुप्ता ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
एमसीडी उपचुनाव से ठीक पहले ‘आप’ में बगावत
राजेश गुप्ता का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की 12 सीटों पर नगर निगम उपचुनाव होने जा रहा है। इसलिए, इसे आम आदमी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण आघात के रूप में देखा जा रहा है। केवल वज़ीरपुर ही नहीं, बल्कि इससे पहले चांदनी महल वार्ड से भी ‘आप’ नेता शोएब इकबाल ने पार्टी से इस्तीफा देकर अपने आज़ाद उम्मीदवार इमरान को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के आंतरिक विद्रोह और दलबदल से ‘आप’ की चुनावी संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, और वज़ीरपुर में भी अब इसी तरह के चुनौतीपूर्ण हालात बनते दिख रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम उपचुनाव के लिए कल मतदान
दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों में उपचुनाव के लिए कल 30 नवंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, गुरुवार शाम 5:30 बजे से 48 घंटे की ‘साइलेंस पीरियड’ लागू की है। इस अवधि के दौरान कोई भी चुनावी प्रचार या सर्वे परिणाम प्रसारित नहीं किए जा सकते। इस कांटे की टक्कर वाले चुनाव में भाजपा, ‘आप’ और कांग्रेस के कुल 132 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान कर्मियों की सुविधा के लिए, दिल्ली मेट्रो ने सुबह 4 बजे से ही अपनी सेवाएं शुरू करने का ऐलान किया है, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी तरह की बाधा न आए।
