क्या देश के ‘प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह है’,ऐसा क्यों बोल रहे Acharya Pramod Krishnam?

Mona Jha

Acharya Pramod Krishnam News:आज आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें सम्भल में 19 फरवरी को आयोजित होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित किया है। जिसके बाद से सियासी हलचल बढ़ा गई है। इस बीच उनके और PM मोदी के इस मुलाकात के कई कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं इस मुलाकात के बाद आचार्य का पहला बयान सामने आया है।जिसमें उन्होनें कहा है कि- “मेरी पहचान सनातन के सेवक के रूप में है, मैं भारत के साथ हूं, सनातन के साथ हूं, सनातन वह धर्म है जो सत्य है और शाश्वत है।”

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“प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं”

आपको बता दें कि इस मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि- “भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं है, उन्हें श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित करना भी कोई गुनाह नहीं है और अगर यह गुनाह है तो मैं इसकी सज़ा भुगतने के लिए तैयार है।”

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“PM मोदी को आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ”

वहीं इससे पहले पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ‘एक्स’ पर कहा था कि-, ‘मुझे 19 फरवरी को होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, इसे स्वीकार करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार एवं धन्यवाद।’

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PM मोदी ने जबाव देते हुए कहा कि..

इसके बाद कांग्रेस नेता के इस पोस्ट PM मोदी ने रीपोस्ट कर जबाव देते हुए कहा कि-, ‘आस्था और भक्ति से जुड़े इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आमंत्रण देने के लिए आपका हृदय से आभार आचार्य प्रमोद जी।’ बता दें कि कृष्णम ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे। पिछले कुछ समय से वह कांग्रेस नेतृत्व के कुछ फैसलों की आलोचना कर रहे हैं। जैसे कि उन्होनें 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेताओं के भाग नहीं लेने के फैसले की भी आलोचना की है।

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