UP Politics: बीते दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रयागराज की चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल को पार्टी से बाहर कर दिया। पार्टी ने उन पर “पार्टी विरोधी गतिविधियों” का आरोप लगाया। दरअसल, यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर दी थी, जिसके बाद सपा ने यह कार्रवाई की।
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CM योगी से मुलाकात ने बढ़ाई हलचल
बताते चले कि, निष्कासन के बाद अब पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर प्रदेश की सियासत को और गर्मा दिया है। दोनों नेताओं की यह मुलाकात लखनऊ में हुई, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
तस्वीरें साझा होने से बढ़ी चर्चाएं
आपको बता दे कि, इस मुलाकात की तस्वीरें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक हैंडल और पूजा पाल के एक्स अकाउंट से शेयर की गईं। सीएम योगी ऑफिस हैंडल पर लिखा गया – “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज से आज लखनऊ में जनपद कौशांबी की चायल विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती पूजा पाल जी ने शिष्टाचार भेंट की।”
CM योगी की नीतियों की सराहना
पोस्ट करते हुए पूजा पाल ने लिखा – “मैं एक बार फिर से आदरणीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करती हूं। उनके नेतृत्व में गुंडों-माफिया को उनके उचित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है, जो कि एक प्रगतिशील समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है।” इस बयान ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है।
विधानसभा में कर की थी सीएम की तारीफ
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र में विज़न डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि जब वह अपने संघर्ष में थक चुकी थीं, तब मुख्यमंत्री ने उन्हें न्याय दिलाया और अतीक अहमद को “मिट्टी में मिलाया।”
अतीक अहमद विवाद से जुड़ा है मामला
पूजा पाल का नाम लंबे समय से अतीक अहमद विवाद से जुड़ा रहा है। उनके पति रंजीत पाल की हत्या के मामले में अतीक अहमद और उसके गिरोह का नाम सामने आया था। पूजा पाल लगातार न्याय के लिए लड़ती रही हैं और विधानसभा में भी उन्होंने इस संदर्भ में योगी सरकार की कार्यवाही की सराहना की थी।
विपक्ष ने उठाए सवाल
पूजा पाल के बयानों और मुलाकात ने विपक्षी दलों को निशाना साधने का मौका दे दिया है। कई राजनीतिक विश्लेषक इसे सपा से दूरी और बीजेपी के करीब आने की संभावित कवायद मान रहे हैं। हालांकि, पूजा पाल ने अभी तक बीजेपी में शामिल होने की बात स्पष्ट नहीं की है।
यूपी की सियासत का पारा चढ़ा
निष्कासन के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात ने यूपी की सियासत का पारा चढ़ा दिया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पूजा पाल का अगला कदम क्या होगा। क्या वह बीजेपी में शामिल होंगी या स्वतंत्र तौर पर अपनी राजनीतिक राह तय करेंगी?

