What is Mock Drill: देशभर में युद्ध जैसी संभावित परिस्थितियों से निपटने के उद्देश्य से गृह मंत्रालय ने 7 मई को कई राज्यों में मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश जारी किए हैं। इन अभ्यासों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर छात्रों और सिविल डिफेंस से जुड़े लोगों को ऐसे कठिन समय में सही और त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करना है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि मॉक ड्रिल सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि आपातकालीन सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है।
Read more : Share Market News : सावधान! बाजार में दिख रही है अनदेखी हलचल! सेंसेक्स-निफ्टी की गिरावट से निवेशक दंग
क्या होती है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल एक प्रकार का पूर्वाभ्यास होता है, जो किसी आपदा, युद्ध, आतंकवादी हमले या अन्य आपातकालीन स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया देनी है—इसकी रिहर्सल होती है। इसमें भाग लेने वाले लोगों को यह सिखाया जाता है कि संकट के समय कैसे सुरक्षित रहना है, किस दिशा में जाना है, किन उपायों को अपनाना है और कैसे दूसरों की मदद करनी है।
Read more : Yes Bank Share News: यस बैंक की 51% हिस्सेदारी बिकने की तैयारी – जानिए कौन खरीदेगा ये बड़ा हिस्साRead more :
युद्ध की संभावनाओं से पहले जरूरी अभ्यास
रिटायर्ड मेजर के अनुसार, मॉक ड्रिल विशेष रूप से “ऑल-आउट वॉर” या लंबे समय तक चलने वाले युद्ध की आशंका के मद्देनज़र की जाती है। उन्होंने बताया कि ऐसा अभ्यास 1971 के युद्ध के दौरान किया गया था, जबकि कारगिल युद्ध (1999) के समय कोई व्यापक मॉक ड्रिल नहीं हुई थी, क्योंकि वह युद्ध सीमित क्षेत्र में सिमटा हुआ था।
Read more : Yes Bank Share News: यस बैंक की 51% हिस्सेदारी बिकने की तैयारी – जानिए कौन खरीदेगा ये बड़ा हिस्साRead more :
विदेशों में भी होती है ऐसी तैयारियां
सूत्रों के मुताबिक, यूरोप के कई देश, जैसे स्वीडन और फिनलैंड, जहां युद्ध की सीधी आशंका नहीं है, वहां भी नागरिकों को संभावित न्यूक्लियर हमलों से बचाव के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। वहां अंडरग्राउंड बंकर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में राजस्थान के वॉटर कैनाल्स जैसे इलाके युद्ध की स्थिति में रणनीतिक रूप से मददगार हो सकते हैं।
Read more : Yes Bank Share News: यस बैंक की 51% हिस्सेदारी बिकने की तैयारी – जानिए कौन खरीदेगा ये बड़ा हिस्सा
मॉक ड्रिल के पांच महत्वपूर्ण चरण
- हवाई हमले के सायरन का परीक्षण और उसकी पहचान के लिए नागरिकों को जागरूक करना।
- हमले की स्थिति में छात्रों और नागरिकों को तुरंत अलर्ट करना।
- हवाई हमले के दौरान ब्लैकआउट (बत्ती बुझाना) का अभ्यास करना।
- संयंत्रों, भवनों और महत्वपूर्ण ढांचों को ढकना या छिपाना, जिससे वे दुश्मन की नजर से बच सकें।
- हमले की आशंका वाले क्षेत्रों को सुनियोजित ढंग से खाली कराना और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना।
Read more : Gold Prices Today: सोने की कीमतों में गिरावट.. क्या अब खरीदने का सही समय ? जानिए नए रेट्स
सुरक्षा की पूर्व तैयारी ही असली रक्षा
मॉक ड्रिल न केवल सेना या प्रशासन के लिए बल्कि हर आम नागरिक के लिए भी उतनी ही जरूरी है। यह अभ्यास न केवल डर को कम करता है बल्कि आत्मविश्वास और जागरूकता को बढ़ाता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह की पूर्व तैयारी संकट के समय जीवन रक्षक साबित हो सकती है।

