Cabinet Decisions: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट (Modi Cabinet) ने गुरुवार को कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिसमें बिहार (bihar) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विकास के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई। सरकार ने हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर मुहर लगाई है, जिसमें रेलवे नेटवर्क को विस्तार देने और ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अहम कदम उठाए गए हैं। इन परियोजनाओं से न केवल परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।
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बिहार को मिली विशेष सौगात
बिहार के लिए विशेष रूप से पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण तोहफा दिया है। इस परियोजना के तहत अयोध्या से सीतामढ़ी (Sitamarhi) तक करीब 257 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने का निर्णय लिया गया है। सीतामढ़ी (Sitamarhi) को मां सीता का जन्मस्थान माना जाता है और यह रेल लाइन नेपाल की सीमा के आसपास होगी। इस परियोजना से उत्तर बिहार के महत्वपूर्ण क्षेत्र जैसे मिथिलांचल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, और मुजफ्फरपुर जैसे शहर सीधे जुड़ेंगे।

इस रेल परियोजना का एक और प्रमुख उद्देश्य बुद्ध सर्किट को पूरा करना है। इससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी। इस परियोजना का कुल खर्च लगभग 4553 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इसके अलावा, यह रेल लाइन उत्तर बिहार और नेपाल के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करेगी।
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आंध्र प्रदेश को अमरावती से नई रेल लाइन का तोहफा
कैबिनेट ने आंध्र प्रदेश के अमरावती के लिए भी एक बड़ी परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना के तहत अमरावती से 57 किलोमीटर लंबी एक नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इस रेलवे लाइन के माध्यम से अमरावती को विजयवाड़ा, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ा जाएगा। यह रेलवे लाइन राज्य के महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यावसायिक केंद्रों के बीच संपर्क को और अधिक सुगम बनाएगी।

इसके अतिरिक्त, इस परियोजना के अंतर्गत कृष्णा नदी पर तीन किलोमीटर लंबा एक पुल भी बनाया जाएगा, जो इस रेलवे लाइन का हिस्सा होगा। इसके साथ ही, इस योजना के तहत एक बड़ा मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिकल हब भी स्थापित किया जाएगा, जो राज्य में व्यापारिक गतिविधियों को और गति देगा। यह हब न केवल स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देगा बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से वस्तुओं और सेवाओं के वितरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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सांस्कृतिक महत्व

बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए घोषित इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल परिवहन नेटवर्क को मजबूत करना है, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों को भी बढ़ावा देना है। अयोध्या से सीतामढ़ी तक की रेल लाइन से बिहार और नेपाल के बीच धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा, जबकि आंध्र प्रदेश में रेलवे और लॉजिस्टिकल हब से राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।