भाजपा (BJP) किसान मोर्चा ने नुतननगर कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 118वें “मन की बात” कार्यक्रम का श्रवण किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने भारतीय संविधान के महत्व पर बात करते हुए विशेष रूप से बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और अन्य संविधान निर्माताओं के योगदान को सराहा। प्रधानमंत्री ने संविधान को भारतीय लोकतंत्र की बुनियाद और भारतीय समाज की संरचना का अभिन्न हिस्सा बताते हुए, इसके मूल सिद्धांतों – समानता, स्वतंत्रता और न्याय की अहमियत को रेखांकित किया।
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देशवासियों के लिए सिद्धांतों का पालन
प्रधानमंत्री ने संविधान के उद्देश्यों की याद दिलाते हुए देशवासियों से इन सिद्धांतों का पालन करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने संविधान निर्माण में योगदान देने वाले नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि संविधान ही हमें अधिकारों और कर्तव्यों का बोध कराता है, और यही भारतीय समाज की सामाजिक समरसता का आधार है।

किसान कल्याण के मुद्दे पर चर्चा
इसके बाद प्रधानमंत्री ने किसान कल्याण के मुद्दे पर भी चर्चा की और कहा कि भारतीय किसान देश की रीढ़ हैं। उन्होंने किसानों के योगदान को सराहा और बताया कि केंद्र सरकार ने उनकी बेहतरी के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिनका उद्देश्य उनकी आय बढ़ाना और जीवनस्तर में सुधार लाना है। प्रधानमंत्री ने किसानों से नई प्रौद्योगिकी अपनाने और अधिक आत्मनिर्भर बनने की अपील की। उन्होंने पीएम किसान योजना, पीएम फसल बीमा योजना और कृषि ऋण की आसान व्यवस्था जैसी योजनाओं का उल्लेख किया, जो किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं।

भाजपा किसान मोर्चा
कार्यक्रम के अंत में, भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य ने प्रधानमंत्री के विचारों को समर्थन दिया और संकल्प लिया कि वे संविधान के महत्व को समाज में फैलाने का प्रयास करेंगे। इस आयोजन ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा किसान मोर्चा, किसानों के उत्थान के लिए निरंतर कार्यरत है और सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है।

