Mohammed Shami : लीड्स में जीता हुआ मैच हारना ही था। इसके लिए गेंदबाजों की विफलता जिम्मेदार है। ऐसा मोहम्मद शमी का मानना है। शमी के मुताबिक, उनकी अनुपस्थिति में जिन तेज गेंदबाजों को मौका दिया गया है, उनमें से कोई भी बुमराह का साथ नहीं दे पा रहा है। मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा की भूमिका शमी को खासा परेशान कर रही है। यशस्वी जायसवाल की फील्डिंग से भी वह खफा हैं। एक इंटरव्यू में समी ने कहा, ‘बुमराह से बाकी गेंदबाजों को सीखना होगा। उन्हें साथ बैठकर रणनीति बनानी होगी। अगर बाकी गेंदबाजों ने बुमराह की मदद की होती, तो हम आसानी से मैच जीत सकते थे।’
बुमराह की मदद करनी होगी
उन्होंने आगे कहा, ‘शार्दुल और प्रसिद्ध ने दूसरी पारी में दो-दो विकेट लिए, लेकिन उससे पहले मैच भारत के हाथ से निकल चुका था। हमें नई गेंद से विकेट लेने होंगे। और बुमराह के अलावा कोई और ऐसा नहीं कर सकता। अगर आप सिर्फ बुमराह पर निर्भर रहेंगे, तो यह काम नहीं करेगा। वह अकेले कितना कर पाएंगे?’ शमी ने हेडिंग्ले टेस्ट में जायसवाल के एक के बाद एक कैच छोड़ने की भी आलोचना की। उनके शब्दों में, ‘इस समय इतने सारे कैच छोड़ने से कुछ नहीं होता। हमें गेंदबाजी और फील्डिंग के बारे में सोचना होगा। हमें बुमराह की मदद करनी होगी।’
बावजूद इसके, शमी को इंग्लैंड सीरीज की टीम में मौका नहीं मिला। चयनकर्ताओं ने उनकी फिटनेस को देखते हुए यह फैसला लिया। बोर्ड को लगा कि स्टार पेसर पांच दिवसीय मैच का दबाव नहीं झेल पाएगा।
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