Mohsin Naqvi Statement: एशिया कप 2023 के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर भारत ने शानदार जीत हासिल की, लेकिन इस जीत के बाद ट्रॉफी लेने को लेकर जो विवाद सामने आया, उसने क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी ने टीम इंडिया को ट्रॉफी देने को लेकर ऐसी अजीब और चुनौतीपूर्ण शर्त रख दी है, जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है।
क्या है पूरा विवाद?
फाइनल मैच के बाद ट्रॉफी प्रदान समारोह में जब टीम इंडिया ने ACC के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार किया, तब से यह मामला गरमा गया। नकवी ने मैच खत्म होने के बाद ट्रॉफी अपने साथ होटल ले जाने की बात कही थी, जिससे टीम इंडिया और BCCI नाराज हुए।
30 सितंबर को हुई एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) की बैठक में BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस मुद्दे पर कड़े सवाल उठाए। इसी बीच सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ीं कि नकवी ने BCCI और टीम इंडिया से माफी मांग ली है।
नकवी ने तोड़ी चुप्पी, कही यह बात
हाल ही में मोहसिन नकवी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इन सभी अफवाहों को पूरी तरह गलत और झूठा बताया। नकवी ने साफ कहा कि उन्होंने न तो BCCI से और न ही टीम इंडिया से कोई माफी मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने एक अजीब शर्त रखी कि अगर टीम इंडिया को ट्रॉफी चाहिए तो उन्हें ACC के दफ्तर जाकर खुद ट्रॉफी लेनी होगी।
नकवी ने कहा, “ACC का चेयरमैन होने के नाते, मैं फाइनल के दिन भी ट्रॉफी देने को तैयार था और अब भी पूरी तरह तैयार हूं। अगर टीम इंडिया ट्रॉफी लेना चाहती है तो मैं उनका ACC ऑफिस में स्वागत करूंगा। वे मुझसे आकर ट्रॉफी ले सकते हैं।”
ट्रॉफी विवाद ने क्यों पकड़ी सुर्खियां?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब टीम इंडिया ने नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार किया, जिससे पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में देरी हुई। इस हठधर्मिता के कारण नकवी ट्रॉफी लेकर मैदान से बाहर चले गए, जिससे मैच के बाद की खुशी थोड़ी फीकी पड़ गई।
इसके बाद BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने कहा था कि जरूरत पड़ने पर वे इस मामले को ICC तक लेकर जाएंगे। इस बीच नकवी ने सोशल मीडिया के जरिए साफ किया कि वे किसी से माफी नहीं मांगे हैं और ट्रॉफी देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन टीम इंडिया को उनके पास आना होगा।
इस विवाद का असर
यह ट्रॉफी विवाद क्रिकेट जगत में कूटनीतिक तनाव की झलक है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से राजनीति और भावनाओं से जुड़ा रहा है, लेकिन इस बार ट्रॉफी लेने के मुद्दे ने दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों के बीच तनाव और बढ़ा दिया है।
टीम इंडिया और BCCI के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है क्योंकि वे अपने सम्मान और प्रतिष्ठा को भी बनाये रखना चाहते हैं। वहीं, ACC के चेयरमैन के इस रवैये ने विवाद को और गर्मा दिया है।मोहसिन नकवी का यह बयान और अजीब शर्त आगामी दिनों में क्रिकेट कूटनीति में नई चुनौतियां लेकर आ सकती है। टीम इंडिया और BCCI के लिए यह जरूरी होगा कि वे इस विवाद का कोई समझदारी भरा समाधान निकालें ताकि भविष्य में ऐसे घटनाक्रम दोबारा न हों और क्रिकेट की भावना को बनाए रखा जा सके।
