Moradabad Fire: मुरादाबाद जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रानीनांगल में सोमवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई जब पुराने कपड़ों के लगभग 60 गोदामों में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि उसकी लपटें और धुएं का गुबार दो किलोमीटर दूर तक दिखाई देने लगा। तेज हवाओं के चलते आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया और एक-एक कर सभी गोदाम चपेट में आ गए। लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे। इस हादसे में लाखों रुपये का माल जलकर खाक हो गया। सौभाग्यवश किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
12 दमकल गाड़ियां आग बुझाने मेंजुटी
जैसे ही आग की सूचना मिली, मुरादाबाद, रामपुर, टांडा और ठाकुरद्वारा से दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी केके ओझा ने जानकारी दी कि देर रात तक अभियान चलता रहा और आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। हालांकि अभी भी उसे पूरी तरह बुझाने के प्रयास जारी हैं।
कुछ ही मिनटों में चपेट में आए सभी गोदाम
स्थानीय लोगों के अनुसार, शाम करीब सात बजे एक गोदाम से धुआं निकलता दिखा था। कुछ ही पलों में वह आग बन गई और 60 से अधिक गोदामों को अपनी चपेट में ले लिया। लपटें इतनी तेज थीं कि देखते ही देखते इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने खुद भी आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू पाना संभव नहीं हो सका।
गोदाम जलते देख बेसुध हुए लोग
घटना स्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि कपड़ों के गोदामों में इससे पहले भी तीन-चार बार आग लग चुकी है, लेकिन इस बार की घटना सबसे भीषण थी। अपने जलते गोदामों को देख कई महिलाएं बेसुध हो गईं। वहीं, सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचकर अपने स्तर पर राहत कार्य में जुटे।
प्रशासन ने संभाली कमान, मकान खाली कराए गए
सूचना मिलने पर भोजपुर थाना प्रभारी शरद मलिक पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस भेजी और प्रशासन ने इलाके की घेराबंदी कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया। एहतियातन आस-पास के घरों को भी खाली करा लिया गया।
10 साल से चल रहे गोदामों में चौथी बार आग
एसडीएम डॉ राम मोहन मीणा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बताया कि जनहानि नहीं हुई है तथा फायर ब्रिगेड लगातार प्रयास कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से गांव में पुराने कपड़ों के गोदाम संचालित हो रहे हैं और अब तक चार बार आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भोजपुर में स्थायी फायर स्टेशन की स्थापना की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।