Mother’s Day 2025: मां को शब्दों में बयां करना बेहद मुश्किल है लेकिन धरती पर अगर कोई भगवान का रूप है तो वह मां है, जो अपनी संतान को पूरे 9 महीने पेट में रखकर पालती है फिर एक औरत मां बनती है। मां के इसी साहस, प्रेम, बलिदान को समर्पित मदर्स डे का त्योहार हर साल मई के दूसरे सप्ताह में मनाया जाता है। यह दिन माता के सम्मान और प्रेम का प्रतीक है जो कि मई के दूसरे सप्ताह के रविवार को मनाया जाता है। इस साल मदर्स डे 11 मई को मनाया जाएगा।
कैसे हुई मदर्स डे मनाने की शुरुआत?
आपको बता दें कि मदर्स डे मनाने की परंपरा सालों पुरानी है जो कि यूनान और रोम से जुड़ी मानी जाती है। यहां पर देवियों की पूजा होती थी जिन्हें मातृत्व का प्रतीक माना गया है। इससे अगल मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका में साल 1908 से हुई थी। कहा जाता है कि वेस्ट वर्जीनिया की ऐन रीव्स जार्विस ने अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान ‘मदर्स डे वर्क क्लब्स’ कि स्थापना की थी। जिससे सैनिकों और बच्चों के लिए स्वच्छता का सुधार किया जा सके।
वहीं युद्ध के बाद ‘मदर्स फ्रेंडशिप डे’ का भी आयोजन किया गया था। इसके बाद ऐन रीव्स जार्विस की मौत हो गई इसके बाद उनकी बेटी आना जार्विस ने मदर्स डे मनाना शुरू किया।
कहा जाता है कि आना ने मां के बलिदानों का सम्मान करने के लिए एक दिन समर्पित करने का संकल्प किया। इसके बाद 1908 में अमेरिकी कार्यकर्ता आना जार्विस ने अपनी माता के प्रयासों का सम्मान करते हुए पहला मदर्स डे मनाया।
मई के दूसरे रविवार को ही क्यो मनाते हैं?
बता दें कि कुछ वर्षों बाद 1914 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने आधिकारिक तौर पर मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद से इस दिन को हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाने लगा। इस दिन हर कोई अपनी माता के प्रयासों, बलिदानों और प्रेम को याद करता है। मदर्स डे का त्योहार माता के सम्मान और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
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